ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मंगलवार को 19वें अंतरराष्ट्रीय उद्भव उत्सव नृत्य सम्मेलन का शुभारंभ हुआ, जिसमें भारत समेत पांच देशों से आए छात्र और प्रतिनिधियों के अलग-अलग डान्स ग्रुप हिस्सा ले रहे हैं. कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर ग्वालियर की अचलेश्वर रोड पर सभी देशों के प्रतिभागियों ने अपने देश की संस्कृति की झलक नृत्यों के माध्यम से दिखलाई. इसके साथ ही रैली निकालकर दी नुक्कड़ पर छोटी-छोटी प्रस्तुतियां सार्वजनिक रूप से दी गईं.
5 देशों की 40 टीमें ग्वालियर में
आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. केशव पांडे ने बताया, '' इस साल उन्नीसवां अंतरराष्ट्रीय नृत्य सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें भारत के साथ ही पांच देश बुल्गारिया, नीदरलैंड्स, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका और अर्मेनिया शामिल हैं. इन सभी देशों के अलग-अलग ग्रुप्स इस नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए हैं, जो अपने देश के पारंपरिक सांस्कृतिक नृत्य को प्रदर्शित कर रहे हैं. इसके साथ ही भारत के भी अलग-अलग प्रदेशों से आए बच्चों की 40 टीमें यहां हिस्सा ले रही हैं.
नृत्य से विश्व शांति का संदेश दे रहे देश
इस चार दिवसीय आयोजन के मुख्य उद्देश्य के बारे में आयोजिन समिति के अध्यक्ष ने कहा, '' भारत में आए इन सभी देशों के प्रतिनिधि सांस्कृतिक राजदूत हैं, जो विश्वभर में शांति फैलाने और बनाए रखने के लिए इकट्ठा हुए हैं. क्योंकि जब सभी देशों के बच्चे आपस में मिलेंगे-जुलेंगे तो एक दूसरे से उनकी समझ बढ़ेगी. आज के हालातों के हिसाब से देश में एक शांति का संदेश जाना चाहिए और यह नृत्य उत्सव इसके लिए मील का पत्थर साबित होगा.
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बुल्गारिया के प्रतिनिधियों ने दिखलाई अपनी संस्कृति
बुल्गारिया से आए सुरवकार ग्रुप की सदस्य स्वेटल भारत आकर काफी खुश हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा, '' हमारी संस्कृति अंतरपरंपरा है. हम संघर्ष करते हैं जिससे लोगों को काम मिल सके, मदद मिल सके, खुशी, अच्छाई मिल सके जिससे वे खुश रहें.'' स्वेटल ने कहा कि उन्हें भारत बहुत पसंद आया. उन्हें यहां आकर अपने देश की तरह ही अपनापन महसूस हुआ, जिसके लिए उन्हें भारतीय लोगों को मेहमान नवाजी के लिए आभार भी व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वह भारत के लोगों से बहुत प्यार मिला है.''