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प्रयागराज मदरसे में नकली नोट छापने का मामला, खूफिया एजेंसियां खंगाल रहीं आरोपियों का आतंकी कनेक्शन - Prayagraj Fake Currency

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2024, 3:06 PM IST

Updated : Aug 29, 2024, 8:01 PM IST

प्रयागराज के मदरसे में नकली नोट छापने और उसे बाजार में महीनों से खपाने की जानकारी मिलने के बाद खूफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. एजेंसियां और पुलिस आरोपियों के आतंकी कनेक्शन के बारे में भी पता लगा रही हैं.

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प्रयागराज नकली नोट केस. (Etv Bharat)

प्रयागराजः संगम नगरी के मदरसे में जाली नोट छापने का खुलासा होने के बाद खूफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गयी हैं. प्रयागराज पुलिस से सूचना मिलने के बाद आईबी और एटीएस की टीमों ने भी जाली करेंसी बनाने वाले गैंग के लोगों से घंटो पूंछतांछ की. खूफिया एजेंसियां अब ये पता लगाने में जुट गयी है कि नकली नोट छापने वाले आरोपियों का संबंध कहां और किस किससे है. पकड़े गए आरोपियों का विदेशी कनेक्शन भी एजेंसियां पता लगाने में जुट गयी है. इसके साथ ही पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी हुई है कि कहीं ये मामला फाइनेंशियल टेररजिम से जुड़ा हुआ तो नहीं है. वहीं, जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से इस गैर मान्यता प्राप्त मदरसे का चिट फंड सोसायटी में हुए रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के लिए सहायक रजिस्ट्रार सोसायटी को पत्र लिखा है.

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि प्रयागराज पुलिस ने गुरुवार को नकली नोट छापकर बाजार में खपाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.पकड़े गए चारों आरोपी अतरसुइया थाना क्षेत्र में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद के परिसर में मौलवी के कमरे में जाली नोट प्रिंट करते थे. पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक लाख तीस हजार के सौ-सौ के नकली नोट के साथ ही 23 हजार 400 के पेपर पर प्रिंट नोट को बरामद किया था. इसके साथ ही मौके से पुलिस को प्रिंटर, लैपटॉप, पेपर कटर समेत नकली नोट छापने से जुड़े अन्य उपकरणों को भी बरामद किया था.

पकड़े गए मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन और उसके साथ नकली नोट प्रिंट करने वाला गैंग का सरगना जाहिर खान पहले से परिचित थे. दोनों उड़ीसा के रहने वाले हैं. इनके साथ काम करने वाले मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अफजल प्रयागराज के रहने वाले हैं. खुफिया एजेंसियां यह भी पता लगा रही है किं आरोपियों का किसी आतंकी या प्रतिबंधित संगठनों से कोई संबंध तो नहीं है.

नकली नोट का कारोबार करने वाले गैंग का खुलासा करने वाले डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से विस्तृत पूछताछ और उनके सम्बंधों की जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस आरोपियों की कस्टडी रिमांड मांगेगी. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि पकड़े गए लोग किसी आतंकी संगठन या विदेशी संगठन के साथ मिलकर देश की अर्थव्यवस्था बिगाड़ने के उद्देश्य के साथ तो नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने का काम नहीं कर रहे थे.अगर पुलिस की जांच में यह बात पता चलती है तो इन गैंग के खिलाफ फाइनेंशियल टेररिज्म के तहत भी कानूनी कार्यवाई की जाएगी.

जिला अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से लिखा गया पत्र.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से लिखा गया पत्र. (Photo Credit; ETV Bharat)

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी ने यह भी बताया कि नकली नोट छापने के आरोप में पकड़े गए इस मदरसे के मौलवी और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से निरन्तर निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि जिस तरह के देश विरोधी गतिविधियों में मदरसे के मौलवी द्वारा परिसर का इस्तेमाल किया गया और नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने का काम किया गया है. उसके बाद अब इस गैर कानूनी मदरसे की निरन्तर विभाग की तरफ से निगरानी की जाएगी. जिससे कि यहां होने वाली वैध और अवैध गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे. उन्होंने बताया कि प्रयागराज जिले में 204 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं. जबकि गैर मान्यता प्राप्त 72 मदरसे हैं, जिन्हें कोई सरकारी मदद नहीं मिल रही है. अतरसुइया इलाके का मदरसा जामिया हबीबिया मदरसा भी गैर मान्यता प्राप्त है. यह मदरसा जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं लेता है, जिस कारण विभाग सीधे इस पर कोई कार्यवाई नहीं कर सकता है. इसी वजह से मदरसे का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए विभाग की तरफ से चिट फंड सोसायटी के सहायक रजिस्ट्रार को पत्र भेजा गया है.

इसे भी पढ़ें-प्रयागराज के इस मदरसे में छप रहा था सौ-सौ के नकली नोट, मौलवी सहित गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार

प्रयागराजः संगम नगरी के मदरसे में जाली नोट छापने का खुलासा होने के बाद खूफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गयी हैं. प्रयागराज पुलिस से सूचना मिलने के बाद आईबी और एटीएस की टीमों ने भी जाली करेंसी बनाने वाले गैंग के लोगों से घंटो पूंछतांछ की. खूफिया एजेंसियां अब ये पता लगाने में जुट गयी है कि नकली नोट छापने वाले आरोपियों का संबंध कहां और किस किससे है. पकड़े गए आरोपियों का विदेशी कनेक्शन भी एजेंसियां पता लगाने में जुट गयी है. इसके साथ ही पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी हुई है कि कहीं ये मामला फाइनेंशियल टेररजिम से जुड़ा हुआ तो नहीं है. वहीं, जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से इस गैर मान्यता प्राप्त मदरसे का चिट फंड सोसायटी में हुए रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के लिए सहायक रजिस्ट्रार सोसायटी को पत्र लिखा है.

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि प्रयागराज पुलिस ने गुरुवार को नकली नोट छापकर बाजार में खपाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.पकड़े गए चारों आरोपी अतरसुइया थाना क्षेत्र में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद के परिसर में मौलवी के कमरे में जाली नोट प्रिंट करते थे. पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक लाख तीस हजार के सौ-सौ के नकली नोट के साथ ही 23 हजार 400 के पेपर पर प्रिंट नोट को बरामद किया था. इसके साथ ही मौके से पुलिस को प्रिंटर, लैपटॉप, पेपर कटर समेत नकली नोट छापने से जुड़े अन्य उपकरणों को भी बरामद किया था.

पकड़े गए मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन और उसके साथ नकली नोट प्रिंट करने वाला गैंग का सरगना जाहिर खान पहले से परिचित थे. दोनों उड़ीसा के रहने वाले हैं. इनके साथ काम करने वाले मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अफजल प्रयागराज के रहने वाले हैं. खुफिया एजेंसियां यह भी पता लगा रही है किं आरोपियों का किसी आतंकी या प्रतिबंधित संगठनों से कोई संबंध तो नहीं है.

नकली नोट का कारोबार करने वाले गैंग का खुलासा करने वाले डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से विस्तृत पूछताछ और उनके सम्बंधों की जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस आरोपियों की कस्टडी रिमांड मांगेगी. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि पकड़े गए लोग किसी आतंकी संगठन या विदेशी संगठन के साथ मिलकर देश की अर्थव्यवस्था बिगाड़ने के उद्देश्य के साथ तो नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने का काम नहीं कर रहे थे.अगर पुलिस की जांच में यह बात पता चलती है तो इन गैंग के खिलाफ फाइनेंशियल टेररिज्म के तहत भी कानूनी कार्यवाई की जाएगी.

जिला अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से लिखा गया पत्र.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से लिखा गया पत्र. (Photo Credit; ETV Bharat)

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी ने यह भी बताया कि नकली नोट छापने के आरोप में पकड़े गए इस मदरसे के मौलवी और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से निरन्तर निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि जिस तरह के देश विरोधी गतिविधियों में मदरसे के मौलवी द्वारा परिसर का इस्तेमाल किया गया और नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने का काम किया गया है. उसके बाद अब इस गैर कानूनी मदरसे की निरन्तर विभाग की तरफ से निगरानी की जाएगी. जिससे कि यहां होने वाली वैध और अवैध गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे. उन्होंने बताया कि प्रयागराज जिले में 204 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं. जबकि गैर मान्यता प्राप्त 72 मदरसे हैं, जिन्हें कोई सरकारी मदद नहीं मिल रही है. अतरसुइया इलाके का मदरसा जामिया हबीबिया मदरसा भी गैर मान्यता प्राप्त है. यह मदरसा जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं लेता है, जिस कारण विभाग सीधे इस पर कोई कार्यवाई नहीं कर सकता है. इसी वजह से मदरसे का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए विभाग की तरफ से चिट फंड सोसायटी के सहायक रजिस्ट्रार को पत्र भेजा गया है.

इसे भी पढ़ें-प्रयागराज के इस मदरसे में छप रहा था सौ-सौ के नकली नोट, मौलवी सहित गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार

Last Updated : Aug 29, 2024, 8:01 PM IST
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