लखीमपुर खीरीः यूपी में इस बार बिजली विभाग की लापरवाही की फिर पोल खुली है. इस बार मामला सामने आाय है एक सूखे पेड़ का. आपको जानकर हैरत होगी कि एक सूखे पेड़ पर इंसुलेटर बांधकर 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन दौड़ा दी गई. यह कारनामा शुक्रवार को तब सामने आया जब इंसुलेटर पर बंधा एक तार नीचे आ गया और उससे चिपककर एक व्यक्ति की जान चली गई.
दरअसल ये तस्वीर यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के मितौली इलाके के डहर गांव की है. बिजली विभाग के अफसरों ने एक सूखे पेड़ की तीन डालों पर इंसुलेटर बांधकर 11000 वोल्ट की लाइन दौड़ा दी. इसका राज तब खुला जब एक शख्स की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई.
डहर गांव के मजरा बहोरी पुरवा निवासी 60 साल के रामपाल भार्गव खेत में घास काटने गए थे. बिजली विभाग की सूखे पेड़ पर इंसेलेटर बांधने की योजना से गिरे तार की चपेट में आ गए. रामपाल की मौके पर ही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई. आनन फानन में खबर गांव मे पहुंची. बिजली विभाग की लापरवाही का आरोप लगाते हुए गांव वालों ने परिजनों के संग हंगामा शुरू कर दिया.कोतवाल मितौली राजू राव ने लोगों को समझाया पर लोग मुआवजे की मांग और बिजली अफसरों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे. महिलाओं ने कस्ता भीखमपुर रोड पर जाम लगा दिया. लोगों का आक्रोश बिजली विभाग के खिलाफ था. अब जो आता वो ये पेड़ पर लगे इंसुलेटर देखकर हैरान रह जाता. घंटों बाद शुक्रवार शाम को रामपाल का शव मुआवजे के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम के लिए लखीमपुर मुख्यालय भेजा गया. रामपाल की मौत से ज्यादा सोशल मीडिया पर इंसुलेटर बंधा ये पेड़ ट्रेंड करने लगा. लोगों ने सोशल मीडिया पर बिजली विभाग की नई खोज कहकर इंसुलेटर बंधे पेड़ की तस्वीर शेयर करनी शुरू कर दी.
मितौली पावर हाउस पर तैनात जेई देवतादीन का कहना है कि ये सब संविदाकर्मियों की लापरवाही से हुआ है. पेड़ से जल्द तारों को हटा कर खंभा लगवाया जाएगा. मृतक को शासन से अनुमन्य मुआवजा मिलेगा.