फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले में वार्दी पर दाग लगा है. मुख्यमंत्री की नसीहतों के बाद भी पुलिस महकमा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में तैनात एक दारोगा ने दबंग प्रधान पति से सांठगांठ कर एक युवक को बगैर किसी कसूर के अवैध हथियार रखने के जुर्म में जेल भेज दिया. पीड़ित युवक जब जेल से छूट कर आया तो उसने उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की. एसएसपी ने मामले की जांच कराई तो आरोप सही पाया गया. जिसके बाद आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया है. दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जाएगी.
दरअसल, यह पूरा मामला नारखी थाना क्षेत्र की ब्रह्ममदेव पुलिस चौकी से जुड़ा है. गांव छतरपुर की ठार जसरथपुर जाखई निवासी युवक सौरभ को चौकी प्रभारी ने 27 जून को अवैध राइफल के साथ जेल भेज दिया था. युवक जब जमानत पर बाहर निकला तो उसने इस मामले की शिकायत एसएसपी सौरभ दीक्षित से की. पीड़ित सौरभ ने आरोप लगाया कि दारोगा अशेष कुमार ने एक प्रधान पति के सांठगांठ कर मुझे फर्जी मामले में जेल भेजा है, जबकि मेरे कब्जे से कोई राइफल नहीं मिली.
युवक की शिकायत को एसएसपी ने गंभीरता से लिया और चौकी प्रभारी को पद से हटाते हुए पुलिस लाइन अटैच कर दिया. एसएसपी ने मामले की जांच सीओ टूण्डला को सौप दी. टूंडला सीओ राजेश कुमार ने पीड़ित से बातचीत की और अन्य साक्ष्यों के आधार पर शिकायत को सही पाया. सीओ ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी गई. जिसमें दारोगा को निलंबित किए जाने के लिए लिखा गया. रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने दारोगा अशेष कुमार से सस्पेंड कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं. एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर उपनिरीक्षक अशेष कुमार को सस्पेंड किया गया है.
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