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कोविड काल का सिंघम नहीं रहा, इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा ने जमशेदपुर में ली अंतिम सांस - INSPECTOR RAJESH KUMAR SINHA

Jharkhand police inspector died.इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा के निधन से पुलिस महकमे में शोक की लहर है. जमशेदपुर के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली.

Rajesh Kumar Sinha Passed Away
पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा. (फाइल फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 26, 2024, 4:18 PM IST

रांचीः कोविड संक्रमण काल में लोगों की सेवा कर अपनी पहचान बनाने वाले पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा का निधन हो गया है. कोविड काल में मानव सेवा में बेहतरीन योगदान के लिए लोग उन्हें सिंघम भी कहते थे.

हार्ट अटैक से जमशेदपुर में निधन

पारिवारिक सदस्यों के अनुसार इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा की हार्ट अटैक की वजह से जमशेदपुर के अस्पताल में मौत हो गई. रांची में इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए राजेश कुमार सिन्हा ने कोविड संक्रमण काल में अपने सेवा भाव से लोगों का दिल जीत लिया था.

संक्रमण की चिंता छोड़ डटे थे मैदान में

कोविड संक्रमण काल के दौरान जब हर कोई एक-दूसरे को छूने से भी डरता था उस दौरान कुछ ऐसे पुलिस वाले थे जिन्होंने संक्रमण की परवाह किए बगैर लोगों की खूब सेवा की. उनमें से एक थे राजेश कुमार सिन्हा. राजेश कुमार सिन्हा को उनकी मूंछों की वजह से भी लोग उन्हें रांची का सिंघम कहते थे .कोविड संक्रमण के समय जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा उस समय राजेश सिन्हा रांची के डेली मार्केट थाना के प्रभारी थे. पूरे लॉकडाउन के दौरान हर उस जरूरतमंद की राजेश सिन्हा ने मदद की थी जिन्हें खाना और दवाई की जरूरत थी.

Jharkhand Police Inspector Died
कोविड काल की फोटो (फाइल फोटो-ईटीवी भारत)

कोविड काल में की थी जरूरतमंदों की सेवा

कोविड संक्रमण के दौरान रांची पुलिस ने आम लोगों की बढ़-चढ़कर मदद की थी. इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा तो गरीबों के मसीहा के रूप में उस दौरान उभर कर सामने आए थे. अपने थाने में सुबह-शाम लोगों को खाना खिलाने के साथ-साथ वैसे बुजुर्ग और जरूरतमंद जिन्हें दवा या फिर किसी अन्य तरह की जरूरत होती थी वह सभी चीज वह खुद ही उनके घरों तक पहुंचा देते थे.

मूंछ से थी अलग पहचान

रांची में पोस्टिंग के दौरान राजेश कुमार सिन्हा डेली मार्केट, सुखदेव नगर और सदर पश्चिम के प्रभार में अपना योगदान दिया था. इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा की अलग पहचान उनके मूंछों की वजह से भी थी. बड़ी और घनी लंबी मूंछें उनकी पहचान थी.

साइबर क्राइम ब्रांच धनबाद में थे राजेश

1994 बैच के सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने थे. अभी उनके नौकरी के 4 साल शेष थे. चुनाव से पहले रांची से उनका तबादला धनबाद हुआ था. धनबाद में वह साइबर क्राइम ब्रांच में थे. मतगणना खत्म होने के बाद वह छुट्टी पर जमशेदपुर गए थे. वहीं मंगलवार को उन्हें हार्ट अटैक आया. जिसके बाद जल्दबाजी में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

पुलिस पदाधिकारियों ने जताया शोक

1994 बैच के सभी पुलिस पदाधिकारियों ने राजेश कुमार सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है. झारखंड पुलिस एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री अक्षय राम ने बताया कि तीन दिन पूर्व ही राजेश धनबाद में उनके साथ ड्यूटी कर रहे थे. आज उनके नहीं होने की जानकारी मिली है. पूरा पुलिस महकमा और 1994 बैच के सभी पुलिस अफसर उनके परिवार के साथ हैं.

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साइबर थाना के सिपाही को बस ने कुचला, हुई मौत, सिल्ली का था रहनेवाला - Constable Death in road accident

रांचीः कोविड संक्रमण काल में लोगों की सेवा कर अपनी पहचान बनाने वाले पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा का निधन हो गया है. कोविड काल में मानव सेवा में बेहतरीन योगदान के लिए लोग उन्हें सिंघम भी कहते थे.

हार्ट अटैक से जमशेदपुर में निधन

पारिवारिक सदस्यों के अनुसार इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा की हार्ट अटैक की वजह से जमशेदपुर के अस्पताल में मौत हो गई. रांची में इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए राजेश कुमार सिन्हा ने कोविड संक्रमण काल में अपने सेवा भाव से लोगों का दिल जीत लिया था.

संक्रमण की चिंता छोड़ डटे थे मैदान में

कोविड संक्रमण काल के दौरान जब हर कोई एक-दूसरे को छूने से भी डरता था उस दौरान कुछ ऐसे पुलिस वाले थे जिन्होंने संक्रमण की परवाह किए बगैर लोगों की खूब सेवा की. उनमें से एक थे राजेश कुमार सिन्हा. राजेश कुमार सिन्हा को उनकी मूंछों की वजह से भी लोग उन्हें रांची का सिंघम कहते थे .कोविड संक्रमण के समय जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा उस समय राजेश सिन्हा रांची के डेली मार्केट थाना के प्रभारी थे. पूरे लॉकडाउन के दौरान हर उस जरूरतमंद की राजेश सिन्हा ने मदद की थी जिन्हें खाना और दवाई की जरूरत थी.

Jharkhand Police Inspector Died
कोविड काल की फोटो (फाइल फोटो-ईटीवी भारत)

कोविड काल में की थी जरूरतमंदों की सेवा

कोविड संक्रमण के दौरान रांची पुलिस ने आम लोगों की बढ़-चढ़कर मदद की थी. इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा तो गरीबों के मसीहा के रूप में उस दौरान उभर कर सामने आए थे. अपने थाने में सुबह-शाम लोगों को खाना खिलाने के साथ-साथ वैसे बुजुर्ग और जरूरतमंद जिन्हें दवा या फिर किसी अन्य तरह की जरूरत होती थी वह सभी चीज वह खुद ही उनके घरों तक पहुंचा देते थे.

मूंछ से थी अलग पहचान

रांची में पोस्टिंग के दौरान राजेश कुमार सिन्हा डेली मार्केट, सुखदेव नगर और सदर पश्चिम के प्रभार में अपना योगदान दिया था. इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा की अलग पहचान उनके मूंछों की वजह से भी थी. बड़ी और घनी लंबी मूंछें उनकी पहचान थी.

साइबर क्राइम ब्रांच धनबाद में थे राजेश

1994 बैच के सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने थे. अभी उनके नौकरी के 4 साल शेष थे. चुनाव से पहले रांची से उनका तबादला धनबाद हुआ था. धनबाद में वह साइबर क्राइम ब्रांच में थे. मतगणना खत्म होने के बाद वह छुट्टी पर जमशेदपुर गए थे. वहीं मंगलवार को उन्हें हार्ट अटैक आया. जिसके बाद जल्दबाजी में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

पुलिस पदाधिकारियों ने जताया शोक

1994 बैच के सभी पुलिस पदाधिकारियों ने राजेश कुमार सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है. झारखंड पुलिस एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री अक्षय राम ने बताया कि तीन दिन पूर्व ही राजेश धनबाद में उनके साथ ड्यूटी कर रहे थे. आज उनके नहीं होने की जानकारी मिली है. पूरा पुलिस महकमा और 1994 बैच के सभी पुलिस अफसर उनके परिवार के साथ हैं.

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