चन्दौली: जिले के चकर्घट्टा थानाध्यक्ष को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया. थाना प्रभारी की गिरफ्तारी से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. गौ तस्कर को छोड़ने के लिए लिए पैसा मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद जांच में दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी की गई. पुलिस ने आरोपी थाना प्रभारी को वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया.
जानकारी के मुताबिक, गौ तस्करी से जुड़े पुराने मामले में एक ऑडियो वायरल हुआ था. इसमें कारखास दीवान संजय यादव और एक महिला की बातचीत का ऑडियो सामने आया था. गौ तस्कर को छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की डिमांड की गई थी. इसका ऑडियो वायरल होने के बाद आरोपी संजय यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया. मुकदमा दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गया.
बाद में हाइकोर्ट से उसे जमानत भी मिल गई. इस दौरान वह कई बार थाने पर भी देखा गया. जब जांच आगे बढ़ी तो इस पूरे मामले में थाना प्रभारी की संलिप्तता सामने आई. इसके बाद एसपी चन्दौली के निर्देश सीओ चकिया के नेतृत्व में पहुंची टीम ने एसओ को हिरासत में ले लिया. बता दें कि आरोपी दरोगा सुधीर आर्य जीआरपी मुगलसराय में भी रह चुका है. वहां भी अपने काम और कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहा था.
एएसपी ऑपरेशन अनिल कुमार यादव ने बताया कि शिकायतकर्ता ने एक आडियो क्लिप उपलब्ध कराई गई थी. आडियो क्लिप की प्रथम दृष्टया जांच में हेड कांस्टेबल संजय कुमार यादव ने एक महिला से एक गौ तस्करी में पकड़े गए आरोपी को छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये मांगने की बात थी. प्रकरण में अभियोग पंजीकृत करते हुए प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी चकिया से कराई गयी थी. क्षेत्राधिकारी चकिया की जांच के दौरान प्रभारी निरीक्षक चकरघट्टा सुधीर कुमार आर्य का भी नाम प्रकाश में आया था. आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें : मिजोरम में 4 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन, विदेशी सिगरेट जब्त, असम राइफल्स ने पुलिस के साथ चलाया था संयुक्त अभियान - Foreign Cigarettes Siezed