इंदौर। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले एक युवक के साथ करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में इंदौर से एक आरोपी को पकड़ा गया है. राज्य साइबर सेल ने आरोपी को गिरफ्तार उससे पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि आरोपी मयंक सलूजा ने ऑनलाइन पोर्टल पर वेब डेवलपमेंट का रजिस्ट्रेशन किया हुआ है. इस ऑनलाइन एप के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले पॉल शेफर्ड से उसका परिचय हुआ. जिसके बाद ठगी की घटना को अंजाम दिया गया.
वेब डेवलप के नाम पर करोड़ों की ठगी
ऑस्ट्रेलियन निवासी पॉल शेफर्ड ने एक वेब डेवलप करने का अनुबंध मयंक सलूजा से किया था. मयंक सलूजा ने पॉल शेफर्ड बताया कि एप्पल कंपनी के साथ उसका अनुबंध है और जो एप्लीकेशन वह बनाकर देगा वह एप्पल के किसी भी मोबाइल फोन और अन्य एप्लीकेशन पर आसानी से रन कर सकता है. पॉल शेफर्ड उसकी बातों में आ गया और करीब 1 लाख 77 हजार ऑस्ट्रेलियन डॉलर मयंक सलूजा के खाते में ट्रांसफर कर दिया, जो इंडियन रुपए में करीब 1 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की गई है.
तकनीकी प्रॉब्लम बताकर टालता रहा समय
पॉल शेफर्ड ने अपने वेब पोर्टल के बारे में जब मयंक सलूजा से जानकारी ली तो उसने विभिन्न तरह के तकनीकी प्रॉब्लम बताते हुए कहा कि प्रोजेक्ट को रन करने के लिए और भी अधिक एडवांस सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ेगी. इसके लिए उसने ऑस्ट्रेलियन निवासी से लाखों रुपए ले लिया. जब मयंक ने समय पर वेब डिजाइन कर पॉल को नहीं दे पाया तो उन्होंने इंदौर में रहने वाले अपने अधिवक्ता को पूरे मामले की जानकारी दी. अधिवक्ता ने इसकी शिकायत राज्य साइबर सेल से की.
ये भी पढ़ें: शिवपुरी में ठगों ने पुलिस बनकर दिया झांसा, बेटे के मोह में मजदूर हो गया ठगी का शिकार इंदौर में बैठकर अमेरिका के लोगों को ठगा, लोन दिलाने के नाम पर विदेशी नागरिकों के साथ फर्जीवाड़ा |
साइबर सेल ने आरोपी को किया गिरफ्तार
राज्य सायबर सेल ने पूरे मामले में प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. राज्य सायबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि "पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जा रही है, लेकिन फरियादी की मात्र अभी तक एक ही शिकायत सामने आई है. आने वाले दिनों में यदि और कोई शिकायतकर्ता सामने आएगी तो उसके खिलाफ और भी धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जा सकता है."