इंदौर। इसे देश का दुर्भाग्य कहें या लोकतंत्र की मजबूरी, क्योंकि जिन जनप्रतिनिधियों को केंद्रीय और राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी है वह खुद योजनाओं के बारे में लिखने-पढ़ने की स्थिति में नहीं हैं. ताजा मामला मोदी कैबिनेट में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री बनी सावित्री ठाकुर का है. खुद को 12वीं पास बताने वाली मंत्री सावित्री ठाकुर अपने हाथ से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नहीं लिख पाईं, जो लिखा वह भी गलत लिखा. अब उनके द्वारा लिखा गया गलत स्लोगन तेजी से वायरल हो रहा है.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नहीं लिख पाईं केंद्रीय मंत्री
दरअसल धार में मंगलवार को शाला प्रवेश उत्सव का कार्यक्रम था. जिसका शुभारंभ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने किया. इस दौरान उन्होंने शिक्षा जागरूकता रथ रवाना किया. शिक्षा जागरूकता रथ पर उन्हें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का स्लोगन लिखना था, लेकिन जब लिखने की बारी आई तो केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने अपने हाथ से लिखा 'बेढी पडाओ बच्चाव'. सार्वजनिक रूप से उनके द्वारा गलत लिखने पर यह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है.
Also Read: कांग्रेसी बने 48 घंटे भी ना बीता, 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर पद से हटाई गईं मेघा परमार |
रथ से मिटाया स्लोगन, कांग्रेस ने उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए लिखा है कि ''इसे देश का दुर्भाग्य माने या लोकतंत्र की मजबूरी. देश का संविधान या हमारी शिक्षा नीति इसके लिए जिम्मेदार है.'' वहीं अब इस मामले को लेकर खुद केंद्रीय महिला बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर बचाव की मुद्रा में हैं. वहीं, रथ पर लिखा गया उनका स्लोगन भी तत्काल मिटा दिया गया है. फिलहाल इस मामले में वे कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव के नामांकन के दौरान सावित्री ठाकुर ने अपनी शिक्षा में खुद को 12वीं पास बताया था.