इंदौर। शहर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए के पेपर लीक होने के मामले में विश्वविद्यालय प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने एक निजी स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर और दो छात्रों को गिरफ्तार किया है और पूरे ही मामले में उनसे पूछताछ की जा रही है. आने वाले दिनों में पुलिस इस मामले में कुछ और आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है.
छात्र संगठनों ने जमकर किया था हंगामा
पूरा मामला इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का है. जहां पिछले दिनों विश्वविद्यालय के द्वारा एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा से ठीक पहले दो पेपर लीक हो गए थे. जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी विश्वविद्यालय के प्रबंधक को लगी तो उन्होंने एग्जाम को निरस्त कर पुनः परीक्षा आयोजित करवाई. इस मामले में विभिन्न छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर जमकर हंगामा किया था और पूरे मामले में प्रकरण दर्ज कराने की मांग भी की थी. इसके बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने इस पूरे मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया था.
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इस तरह लीक हुआ था एमबीए का पेपर
इंदौर के एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया कि ''पुलिस ने इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल की. छोटी ग्वालटोली पुलिस ने आयडलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी और दो छात्रों को गिरफ्तार किया है. दीपक सोलंकी आयडलिक इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्रिंसिपल का कंप्यूटर ऑपरेटर है. चूंकि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के द्वारा एमबीए के पेपर संबंधित इंस्टिट्यूट में 7 दिन पहले ही पहुंचा दिए गए थे और इस बात की जानकारी कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक को थी. इसी बात का फायदा उठाते हुए दीपक ने प्रिंसिपल के ऑफिस में रखें पेपर को निकाल लिया और उसे अपने कुछ परिचित छात्रों को रुपए लेकर पेपर दे दिया. इसके बाद मामले में दीपक की निशानदेही पर दो छात्रों को पकड़ा है.'' बता दें कि पूरा ही मामला काफी सुर्खियों में भी था. पुलिस ने जांच पड़ताल कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है और अब इस पूरे मामले में जल्द ही कुछ और आरोपियों को पकड़ने की बात पुलिस के द्वारा की जा रही है.