इंदौर। इंदौर में एक के बाद एक मासूम अनाथ 5 बच्चों की मौत की वजह अब भी रहस्यमय बनी हुई है. मंगलवार रात तक दो बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहां मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट दर्शाया गया है. वहीं संदिग्ध रूप से फूड प्वाइजनिंग भी मौत का कारण होना बताया जा रहा है. व्यक्तिगत तौर पर डॉक्टर भी बच्चों की मौत की वजह को लेकर संशय में हैं. यही वजह है कि इस मामले में गठित जांच दल ने युगपुरुष धाम से बच्चों को खिलाए जाने वाले भोजन-पानी आदि के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं.
शाम होते-होते 3 और बच्चों की मौत
दरअसल, मंगलवार सुबह खबर आई की मल्हारगंज में युगपुरुष धाम स्थित अनाथालय में दो बच्चों की मौत हो गई. मौत का कारण स्पष्ट नहीं था. इस घटना के सामने आने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने शेष बीमार बच्चों की तत्काल इलाज की व्यवस्था की लेकिन शाम होते-होते 3 और बच्चों की मौत हो गई. इस दौरान लगातार बच्चों की मौत का कारण जानने के लिए डॉक्टर ने जब पोस्टमार्टम किया तो दो बच्चों की मौत कार्डियक अरेस्ट के कारण होना बताई गई, जबकि अन्य बच्चों की मौत की वजह संदिग्ध रूप से फूड प्वाइजनिंग ही बताई जा रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या निकला
पोस्टमार्टम करने वाले एक डॉक्टर ने एक बच्चे की मौत की वजह एनीमिया बता दिया. इंदौर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक पोस्टमार्टम के बाद दो बच्चों की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है. वहीं अन्य 3 बच्चों के मामले में भी संभावित रूप से फूड प्वाइजनिंग कारण हो सकता है. जांच के लिए आश्रम का खाना और पानी भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट से वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी. जिन बच्चों की मौत हुई उनमें आकाश उम्र-7, करण उम्र 11, शुभ उम्र 8, छोटा गोविंद उम्र 5,रानी कुमारी हिमानी उम्र 13 साल है.
कांग्रेस ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
5 बच्चों की मौत के बावजूद मोहन सरकार की संवेदनशीलता आखिरकार हाथरस में हुए घटनाक्रम के बाद जाग सकी. मंगलवार देर रात मंत्री मुख्यमंत्री के निर्देश पर बीमार बच्चों का हाल जानने पहुंच पाए, जिन्होंने अस्पताल पहुंचकर अपनी ओर से कथित औपचारिकता पूरी कर दी. मंत्रियों के बाद अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी अस्पताल में बच्चों का हाल-चाल जानने पहुंच पाए. वहीं, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राकेश सिंह यादव ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.