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लोकायुक्त पुलिस ने महिला अधिकारी को दबोचा, 10 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप - INDORE LOKAYUKTA ACTION

इंदौर लोकायुक्त ने जिला शिक्षा विभाग की महिला अधिकारी को पकड़ा है. महिला अधिकारी पर 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है.

INDORE LOKAYUKTA TAKE ACTION
रिश्वत लेते महिला अधिकारी गिरफ्तार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 18, 2024, 8:34 PM IST

इंदौर: जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ महिला अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया है. शिकायतकर्ता ने महिला अधिकारी पर शिकायत के निराकरण के एवज में 10 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए जिला परियोजना अधिकारी शीला मेरावी को गिरफ्तार किया है.

10 लाख की मांगी थी रिश्वत

लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि "शिक्षा विभाग में जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी द्वारा स्कूल संचालक को मान्यता निरस्त किए जाने का डर दिखाकर 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. जिस पर एमपी पब्लिक स्कूल के संचालक दिलीप बुधानी द्वारा लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की गई थी. स्कूल संचालक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी शीला मरावी को रिश्वत की पहली किस्त 1 लाख रुपए लेते कार्यालय में गिरफ्तार किया है."

यह था पूरा मामला

लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के अनुसार एमपी पब्लिक स्कूल और एमपी किड्स स्कूल इंदौर के संचालक दिलीप बुधानी द्वारा बताया गया कि "हमारे दोनों ही स्कूल शासन से विधिक मान्यता पर हैं और शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार संचालित हो रहे हैं. आरटीआई एक्टिविस्ट संजय मिश्रा द्वारा जिला परियोजना समन्वयक शीला मेरावी के कार्यालय से सूचना के अधिकार के अंतर्गत दोनों ही स्कूलों के छात्र छात्राओं की पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में सम्मिलित होने के संबंध में जानकारी मांगी गई थी."

यहां पढ़ें...

इंदौर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही, महू जनपद पंचायत का अधिकारी रिश्वत लेते धराया

सतपुड़ा भवन के कर्मचारी के ठिकानों पर दबिश, कैश व ज्वैलरी देख लोकायुक्त टीमें दंग

संजय मिश्रा कर रहा था बैल्कमेल

संचालक दिलीप ने बताया कि "संजय मिश्रा मुझे ब्लैकमेल कर रहा था. वह दोनों स्कूलों की मान्यता समाप्त करा देने की धमकी भी दे रहा था. जब इस सिलसिले में जब मैं जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी शीला मरावी से मिला, तो उन्होंने जांच को समाप्त करने और आगे से संजय मिश्रा कोई शिकायत नहीं करेगा ऐसा लिखवाकर देने की एवज में 10 लाख रुपयों की रिश्वत मांगी. जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा लोकायुक्त पुलिस को की गई. शिकायत सत्यापन उपरांत सही पाई गई. जिसके बाद शुक्रवार को कार्यालय में 1 लाख की रिश्वत लेते शीला मेरावी को ट्रैप किया गया."

इंदौर: जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ महिला अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया है. शिकायतकर्ता ने महिला अधिकारी पर शिकायत के निराकरण के एवज में 10 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए जिला परियोजना अधिकारी शीला मेरावी को गिरफ्तार किया है.

10 लाख की मांगी थी रिश्वत

लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि "शिक्षा विभाग में जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी द्वारा स्कूल संचालक को मान्यता निरस्त किए जाने का डर दिखाकर 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. जिस पर एमपी पब्लिक स्कूल के संचालक दिलीप बुधानी द्वारा लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की गई थी. स्कूल संचालक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी शीला मरावी को रिश्वत की पहली किस्त 1 लाख रुपए लेते कार्यालय में गिरफ्तार किया है."

यह था पूरा मामला

लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के अनुसार एमपी पब्लिक स्कूल और एमपी किड्स स्कूल इंदौर के संचालक दिलीप बुधानी द्वारा बताया गया कि "हमारे दोनों ही स्कूल शासन से विधिक मान्यता पर हैं और शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार संचालित हो रहे हैं. आरटीआई एक्टिविस्ट संजय मिश्रा द्वारा जिला परियोजना समन्वयक शीला मेरावी के कार्यालय से सूचना के अधिकार के अंतर्गत दोनों ही स्कूलों के छात्र छात्राओं की पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में सम्मिलित होने के संबंध में जानकारी मांगी गई थी."

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संजय मिश्रा कर रहा था बैल्कमेल

संचालक दिलीप ने बताया कि "संजय मिश्रा मुझे ब्लैकमेल कर रहा था. वह दोनों स्कूलों की मान्यता समाप्त करा देने की धमकी भी दे रहा था. जब इस सिलसिले में जब मैं जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी शीला मरावी से मिला, तो उन्होंने जांच को समाप्त करने और आगे से संजय मिश्रा कोई शिकायत नहीं करेगा ऐसा लिखवाकर देने की एवज में 10 लाख रुपयों की रिश्वत मांगी. जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा लोकायुक्त पुलिस को की गई. शिकायत सत्यापन उपरांत सही पाई गई. जिसके बाद शुक्रवार को कार्यालय में 1 लाख की रिश्वत लेते शीला मेरावी को ट्रैप किया गया."

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