इंदौर। जिले के सभी लापरवाह सरकारी कर्मचारियों को झटका लगा है. कलेक्टर ने सभी कार्यालयों में निरीक्षण कर समय से ऑफिस नहीं आने वाले सभी लापरवाह कर्मचारियों का वेतन काटने का निर्देश दे दिया. उन्होंने सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक हर हाल में ऑफिस में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. कलेक्टर के इस एक्शन से सभी कार्यालयों में हड़कंप मच गया है.
330 कर्मचारियों का एक दिन का वेटन कटा
सरकार के आदेशानुसार इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह शुक्रवार को जिले के सभी सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान कई कर्मचारी रोज की तरह तय समय पर आफिस नहीं पहुंचे थे. कार्मचारियों-अधिकारियों की लापरवाही देखकर कलेक्टर भड़क गए. उन्होंने देर से कार्यालय पहुंचने वाले सभी 330 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने सभी कर्मचारियों-अधिकारियों को सुबह तय समय 10 बजे ऑफिस पहुंचने का सख्त लहजे में निर्देश भी दिया. समय से पहले कार्यालय से निकल जाने वाले कार्मचारियों को शाम तय समय 6 बजे से पहले ऑफिस छोड़ कर न जाने की हिदायत दी.
यह भी पढ़ें: 'कलेक्टर, एसपी कहां हैं, सिस्टम बताओ' ज्योतिरादित्य सिंधिया कड़के तो कलेक्टर झांकने लगे बगले सुर्खियों में शहडोल कलेक्टर, स्कूलों का निरीक्षण के दौरान कभी बन जाते हैं टीचर तो कभी स्टूडेंट |
अगर अब कोई पकड़ा गया तो होगी कार्रवाई
कलेक्टर ने सभी विभागों के कार्यलयों को चेतावनी देते हुए कहा है कि, 'सभी कर्मचारी तय समय से ऑफिस आएं और तय समय से हींऑफिस से जाएं.' उन्होंने यह भी बताया कि, 'अब लगातार जिले के शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा. अगर कोई कर्मचारी शासन के नियम की खिलाफत करते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.' गौरतलब है कि, प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी कर शासकीय कर्मचारियों को अपने कार्यालयों में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है.