इंदौर: इन दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों से डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. एक ऐसा ही मामला इंदौर के परदेशी पुरा थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां साइबर अपराधियों ने थाना प्रभारी को ही डिजिटल हाउस अरेस्ट करने की कोशिश की, लेकिन उनकी सजगता के चलते फोन करने वाले आरोपियों ने फोन काट दिया. वहीं अब इस मामले में पुलिस द्वारा नंबर के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है.
बेटे पर कार्रवाई के नाम पर दी धमकी
बढ़ती टेक्नोलॉजी के बीच साइबर अपराधियों का बोलबाला भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. यह क्रिमिनल टेक्नोलॉजी के की मदद से धोखा देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. इसी कड़ी में परदेशी पुरा थाने पर पदस्थ थाना प्रभारी पंकज द्विवेदी को 28 नवंबर को व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से फोन आया. जानकारी देते हुए थाना प्रभारी पंकज द्विवेदी ने बताया, ''फोन लगाने वाले व्यक्ति ने सबसे पहले मेरा नाम पूछा. नाम बताते ही साइबर ठग ने मेरे बेटे का नाम पूछते हुए उसके बारे में जानकारी ली. फोन करने वाले ठग चाह रहे थे कि मैं अपने बेटे से उनकी बात कराऊं, लेकिन मैंने नहीं कराया. इसके बाद आरोपियों ने मुझे धमकी देनी शुरू कर दी. बात करने वाला आरोपी अपने आपको किसी जांच एजेंसी का अधिकारी बता रहा था.''
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पुलिस ने शुरू की जांच पड़ताल
साइबर ठगों ने थाना प्रभारी को धमकी देते हुए कहा कि आपके लड़के के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. थाना प्रभारी तो पहले ही इस मामले को समझ चुके थे कि फोन करने वाला व्यक्ति कोई और नहीं साइबर ठग है, जो बेटे पर कार्रवाई के नाम पर डरा रहा है और डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश कर रहा है. थोड़ी देर बाद थाना प्रभारी ने जैसे ही खुद का परिचय आरोपी को बताया तो ठग ने फोन काटकर बंद लिया. पूरे ही मामले में थाना प्रभारी ने नंबर के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.