इंदौर। व्यापारी को 85 लाख का चूना लगाने वाले ठगों के गिरोह के 2 सदस्यों को इंदौर साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. ठग फर्जी बैंक खातों से ठगी करता था और रुपयों सहित खातों को ही दुबई में बेच देता था. गिरफ्तार आरोपियों में एक बैंक का डेवलपमेंट मैनेजर है जबकि दूसरा डिलीवरी बॉय है. पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है.
व्यापारी से ऐसे ठग लिए 85 लाख रु
ठगों ने इंदौर के एक व्यापारी से इन्वेस्टमेंट के नाम पर एक एप डाउनलोड कराया था और उसके 85 लाख रुप ठग लिए. ठगी के शिकार व्यापारी ने इसकी शिकायत राज्य साइबर सेल में की. शिकायत के बाद राज्य साइबर सेल ने इंदौर साइबर सेल को मामले की जांच का आदेश दिया. इंदौर साइबर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच पड़ताल शुरू की. काफी छानबीन के बाद पुलिस ने मोहम्मद जाबाज और राकेश त्रिपाठी नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मोहम्मद जाबाज एक बैंक का बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर है जबकि राकेश एक फूड कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता है.
ठगी के रुपयों सहित खाता ही बेच देता था
जांच में पुलिस को पता चला है कि, मोहम्मद जाबाज एक इंटनेशनल ठगी गैंग का सदस्य भी है. जाबाज ने 35 फर्जी करंट अकाउंट खोले थें. ठगी के रु इन्हीं खातों में ट्रांसफर करता था जिससे पुलिस को इसकी जानकारी मिलने में समय लगे और तब तक वह इन खातों को दूसरे देशों में बेच देता था. मोहम्मद जाबाज ऐसे ही कई खातों को दुबई में बेच चुका है. 35 खातों में से 15 खाते तो अलग-अलग जगह की साइबर पुलिस द्वारा पहले ही सीज किए जा चुके हैं.
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दो महिने में 6 करोड़ से अधिक ट्रांसफर
इंदौर साइबर सेल के एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि, ''राज्य साइबर सेल में एक मामला दर्ज कराया गया था जिसमें फरियादी ने बताया कि इन्वेस्टमेंट के नाम पर उससे एक ऐप डाउनलोड कराया गया जिसके जरिए उससे 85 लाख रुपए ठग लिए गए. पुलिस ने जांच की तो पाया कि आरोपी के रुपए राकेश त्रिपाठी नाम के व्यक्ति के खाते में जमा किये गए हैं. पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता जला की ये खाता फर्जी है और इसके जरिए पिछले दो महिनों में 6 करोड़ 18 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं. इस ठगी के तार इंडसइंड बैंक के बिजनेस मैनेजर मोहम्मद जाबाज से जुडे़ थे इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया है. साइबर सेल पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल कर रही है, जल्द ही हम पूरे गिरोह का पर्दाफाश करेंगे.''