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बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बनेगी कर्मचारियों की सैलरी, लेट पहुंचे ऑफिस तो कटेगी जेब - Indore biometric attendance

इंदौर कलेक्टर ने मोहन यादव के आदेश पर पहल करते हुए बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर वेतन जारी करने के निर्देश जारी किए हैं. इस संबंध में कहा गया है कि अगले महीने से इसकी शुरुआत की जाएगी, जो सभी सरकारी कर्मचारियों पर लागू होगा.

BIOMETRIC ATTENDANCE SALARY ISSUED
बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बनेगी कर्मचारियों की सैलरी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 12, 2024, 10:44 PM IST

Updated : Aug 13, 2024, 4:03 PM IST

इंदौर: कर्मचारियों के समय पर ऑफिस आने पहुंचने को लेकर कुछ समय पहले मोहन यादव सरकार ने नया ऐलान किया था. सीएम के आदेश पर पहल करते हुए इंदौर कलेक्ट्रेर ने बताया कि अब सभी कर्मचारियों का वेतन बायोमेट्रिक के आधार पर ही दिया जाएगा. बता दें कि सीएम यादव ने बीते दिनों आदेश जारी किया था कि सभी अधिकारी समय पर दफ्तर पहुंचे. दरअसल शिकायत मिली थी कि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी समय से नहीं पहुंच रहे हैं. इसके बाद यह निर्णय लिया गया.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर मिलेगा वेतन

इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि 'कलेक्ट्रेट ऑफिस में सभी जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया जा रहा है, ताकि सभी कर्मचारी रोजाना अपना बायोमेट्रिक अटेंडेंस अपडेट कर पाएं. इसके साथ ही अन्य कार्यालयों को भी आदेश दिया गया है कि वे इस सिस्टम लगवाएं. उन्होंने आगामी महीनो में इसी अटेंडेंस से वेतन जारी करने की भी बात कही है. इसमें किसी भी बड़े या छोटे कर्मचारी को कोई रिलीफ नहीं मिलेगा. यह नियम कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों पर लागू होगा.

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सीएम ने दिए थे सख्त आदेश

सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के पहुंचने का समय 10 बजे तय किया गया है, लेकिन कर्मचारियों द्वारा लगातार ऑफिस देरी से पहुंचने की शिकायत आ रही थी. जिसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने सख्ती करते हुए आदेश दिया कि 'सभी सरकारी कर्मचारियों को सुबह 10 बजे तक अपने कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज करानी अनिवार्य है.' इसके बाद बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाने का निर्णय लिया गया. अगर कोई कर्मचारी लेट आता है, उसकी एक दिन की सैलरी काट ली जाएगी. इंदौर कलेक्टर ने इसकी शुरुआत कर दी है.

इंदौर: कर्मचारियों के समय पर ऑफिस आने पहुंचने को लेकर कुछ समय पहले मोहन यादव सरकार ने नया ऐलान किया था. सीएम के आदेश पर पहल करते हुए इंदौर कलेक्ट्रेर ने बताया कि अब सभी कर्मचारियों का वेतन बायोमेट्रिक के आधार पर ही दिया जाएगा. बता दें कि सीएम यादव ने बीते दिनों आदेश जारी किया था कि सभी अधिकारी समय पर दफ्तर पहुंचे. दरअसल शिकायत मिली थी कि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी समय से नहीं पहुंच रहे हैं. इसके बाद यह निर्णय लिया गया.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर मिलेगा वेतन

इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि 'कलेक्ट्रेट ऑफिस में सभी जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया जा रहा है, ताकि सभी कर्मचारी रोजाना अपना बायोमेट्रिक अटेंडेंस अपडेट कर पाएं. इसके साथ ही अन्य कार्यालयों को भी आदेश दिया गया है कि वे इस सिस्टम लगवाएं. उन्होंने आगामी महीनो में इसी अटेंडेंस से वेतन जारी करने की भी बात कही है. इसमें किसी भी बड़े या छोटे कर्मचारी को कोई रिलीफ नहीं मिलेगा. यह नियम कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों पर लागू होगा.

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सीएम ने दिए थे सख्त आदेश

सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के पहुंचने का समय 10 बजे तय किया गया है, लेकिन कर्मचारियों द्वारा लगातार ऑफिस देरी से पहुंचने की शिकायत आ रही थी. जिसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने सख्ती करते हुए आदेश दिया कि 'सभी सरकारी कर्मचारियों को सुबह 10 बजे तक अपने कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज करानी अनिवार्य है.' इसके बाद बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाने का निर्णय लिया गया. अगर कोई कर्मचारी लेट आता है, उसकी एक दिन की सैलरी काट ली जाएगी. इंदौर कलेक्टर ने इसकी शुरुआत कर दी है.

Last Updated : Aug 13, 2024, 4:03 PM IST
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