गोरखपुर: शहर में लोगों के खानपान का सबसे बड़ा अड्डा है इंदिरा बाल विहार. दूसरे जिलों से आने वाले लोग भी यहां पर आकर लजीज व्यंजनों का आनंद उठाते हैं. इसका निर्माण गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने वर्ष 1988 में कराया था. उस समय के हिसाब से मौजूदा मॉडल बेहद ही आकर्षक था, लेकिन अब इसे नए लुक के साथ तैयार करने की जिम्मेदारी नगर निगम ने उठाई है. सड़क और फुटपाथ को और चौड़ा करने के साथ इसको ज्यादा आकर्षक बनाया जाएगा. इस ले आउट भी बेहद आकर्षक बना है. मार्च 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है. इस निर्माण पर करीब पांच करोड़ रुपए खर्च होंगे. जहां लोग परिवार के साथ आकर लजीज व्यंजन का नए माहौल में आनंद लेंगे.
इंदिरा बाल विहार शहर की हृदयस्थली भी कहा जाता है. यह स्थान राजनेताओं और विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं का भी प्रमुख अड्डा है. जहां शाम को सबकी चौकड़ी जमती है. दिन में इस स्थान पर भले ही भीड़ थोड़ी कम हो, लेकिन शाम ढलने के साथ यह स्थान गुलजार होने लगता है. नए साल में इसकी सूरत बदल जाएगी. नगर निगम ने इसके सुंदरीकरण का काम शुरू करा दिया है. सीवर लाइन डालने के साथ ही यहां सड़क और फुटपाथ नये कलेवर में बनेगा. आकर्षक लाइटों से इसे सजाने के लिए जो तैयारी है, उसके मुताबिक अभी इसकी कंपनी निगम ने फाइनल नहीं किया है. फुटपाथ साइड में बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी. इन सभी कार्यों पर पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस निमार्ण कार्य को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन निगम प्रशासन इसे और पहले ही पूरा करा लेने का दावा कर रहा है.
नगर निगम के मुख्य अभियंता संजय चौहान इस योजना के सम्बंध में कहते हैं कि पहले सीवर लाइन डालने का काम होगा, उसके बाद सड़क की चौड़ाई, नया निर्माण और फुटपाथ बनाया जाएगा. इंदिरा गांधी और वीर बहादुर सिंह के प्रतिमा स्थल का सुंदरीकरण भी इस परियोजना का हिस्सा है. पुराने निर्माण में इस कार्य के दौरान कोई तोड़फोड़ नहीं होगी. यहां जो पार्क है, उसके सामने की खाली जमीन पर कुछ कियोस्क बनाने के साथ ही लोगों के बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी. पहले सात करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया था लेकिन, ज्यादा तोड़फोड़ न हो इसलिए दूसरा प्रस्ताव तैयार किया गया, जिसके मुताबिक पूरी परियोजना पर पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे.