INDIAN RAILWAYS NEW AC COACHES: भारतीय रेल अपने यात्रियों के लिए अच्छी सुविधाएं देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है. इसी वजह से ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को उनकी सुविधा के अनुसार स्लीपर कोच से फर्स्ट एसी तक में इस सीट रिजर्वेशन की व्यवस्था की गई है. जिससे यात्री अपने बजट के अनुसार सुविधाजनक सफर कर सके, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों के लिए अतिरिक्त कोच लगाने शुरू किए हैं. जिनमें यात्री आरामदायक एसी कोच में सफर कर सकते हैं, लेकिन किराया थर्ड AC (3AC) से भी कम देना पड़ता है.
इन कोच कैटेगरी में करते हैं यात्री अभी सफर
देश भर में चलने वाली ट्रेनों को अलग अलग कैटेगरी में बांटा गया है. जिनमें सर्वाधिक ट्रेन मेल और सुपरफास्ट कैटेगरी की है. इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए GS (जनरल सिटिंग) 2S (सेकंड सिटिंग), SL (स्लीपर क्लास), 3AC (थर्ड एसी क्लास), 2AC (सेकंड एसी क्लास), 1AC (फर्स्ट एसी क्लास), CC (एसी चेयर क्लास) की कोच लगाए जाते हैं. इनमें आमतौर पर सर्वाधिक रिजर्वेशन स्लीपर और एसी क्लास में होते हैं.
ट्रेनों में लगाए जा रहे 3E क्लास कोच
हाल ही में इंडियन रेलवे ने कुछ ट्रेनों में एक और कैटेगरी के कोच लगाने शुरू किए हैं. जिसे 3E (एसी इकोनॉमी क्लास) नाम दिया गया है. यह एसी कोच है, जिनमें से रिजर्वेशन सुविधा तो एसी क्लास की तरह है, लेकिन इनका किराया थर्ड एसी क्लास से भी कम है. ऐसे में जो लोग स्लीपर क्लास में होने वाली भीड़भाड़ की परेशानी से बचना चाहते हैं, लेकिन थर्ड एसी जितना किराया खर्च नहीं करना चाहते हैं. उनके लिए थर्ड एसी इकनॉमी क्लास फायदे का सौदा है, क्योंकि वे सफर तो एसी कोच में करेंगे, लेकिन किराया थर्ड एसी से भी कम होगा.
थर्ड एसी से कम होता है किराया
भारतीय रेल के ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर (TTE) देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि "रेलवे में यात्रियों का भरोसा हमेशा से रहा है. रेल का सफर सुरक्षित और आरामदायक रहता है, लेकिन कई ऐसे यात्री हैं. जो स्लीपर क्लास में सफर नहीं करना चाहते है, लेकिन थर्ड एसी का किराया अफोर्ड नहीं कर सकते है. ऐसे यात्रियों के लिए एसी इकनॉमी क्लास एक अच्छा विकल्प है. अब ज्यादातर ट्रेनों में एसी कोच को M नंबर से पहचाना जाता है. अमूमन दिल्ली से ग्वालियर के बीच यहां थर्ड एसी का किराया 610 रुपया है, तो वहीं AC इकोनॉमी क्लास (3E) का किराया सिर्फ 565 रुपए है. इस तरह लोगों को किराया भी कम देना पड़ता है.'
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सुविधाएं बराबर, सीट ज्यादा
बात अगर AC इकोनॉमी क्लास की सुविधाओं की करें, तो सामान्य तौर पर थर्ड एसी कोच में 72 सीट उपलब्ध होती है. जबकि 3E में सीट की चौड़ाई थोड़ी कम होती है. जिसकी वजह से कोच में 80 सीट होती है. जिसका मतलब है यदि आपको थर्ड एसी में रिजर्वेशन नहीं मिल रहा हो, तब भी इकोनॉमी एसी में रिजर्वेशन मिलने के ज्यादा चांस होते हैं. साथ ही बेडरोल (चादर, तकिया, कंबल, तौलिया) समेत सुविधाएं 3AC की तरह एसी इकॉनमी क्लास (3E) में भी दी जाती है. अगर आप भी कहीं रेल यात्रा का प्लान बना रहे हैं, तो रिजर्वेशन करते समय एसी इकोनॉमी क्लास में भी टिकट देख सकते हैं.