कोटा: रोमानिया की कैपिटल बुखारेस्ट में 2 से 11 दिसंबर तक आयोजित इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलंपियाड (IJSO) के 21वें सेशन में भारतीय टीम ने अपना जज्बा दिखाया और 6 स्टूडेंट गोल्ड मेडल लेकर आए हैं. भारत को कंट्री विनर यानी वर्ल्ड टॉपर भी घोषित किया गया है. गोल्ड लाने वाले चार स्टूडेंट कोटा के निजी कोचिंग संस्थान से जुड़े हुए हैं. जिनके अलग-अलग सेंटर्स पर भी रहकर इसकी तैयारी कर रहे थे. इसमें हर्षित सिंगला, जिनांश जिग्नेश शाह, मानस गोयल व प्रणीत माथुर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया. इन्होंने गोल्ड मेडल हासिल कर देश का मान बढ़ाया है. चारों स्टूडेंट के शनिवार को कोटा पहुंचने पर स्वागत किया गया.
भारतीय स्टूडेंट्स के गोल्ड मैडल जीतने की कहानी में हौसला भी शामिल है। कोटा आए गोल्ड मैडलिस्ट प्रणीत माथुर व हर्षित सिंगला ने बताया कि वातावरण बदलने की वजह अंतिम तीन दिनों में तेज बुखार आ गया था. करीब 102 डिग्री बुखार था. आईजेएसओ प्रोटोकॉल के अनुसार स्टूडेंट्स के पास किसी से संपर्क करने के लिए मोबाइल भी नहीं होता. एक कमरे में दो स्टूडेंट्स को ठहराया जाता है. यदि स्टूडेंट्स को कोई समस्या भी होती है, तो वहां भारत की तरफ से कंट्री कॉर्डिनेटर होता है. दोनों की तबीयत खराब देखकर कॉर्डिनेटर ने समझाया कि यदि तबीयत खराब है, तो कल का पेपर मत दीजिए.
दोनों स्टूडेंट्स ने कॉर्डिनेटर को कहा कि 'हमारे देश को हमसे काफी उम्मीदें है.' यदि मामूली बुखार की वजह से हिम्मत हारकर बैठ गए, तो हमेशा अफसोस रहेगा कि देश के लिए कुछ कर नहीं सके. इसके बाद दोनों एक-दूसरे को हौंसला दिया और गोल्ड मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन कर दिखाया. निजी कोचिंग के निदेशक डॉ बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि दुनिया के 57 देशों के स्टूडेंट्स ने ओलम्पियाड में भाग लिया और कोटा की एजुकेशन की क्वालिटी पर मोहर लगाई है.