मुंबई : इंडियन रेलवे की ओर से मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित हनुमान मंदिर को गिराने के लिए जारी नोटिस पर रोक लगा दी गई है. महाराष्ट्र में सत्ताधारी भाजपा के विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने मंगलवार को यह जानकारी दी. वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि नियमों के अनुसार मंदिर को संरक्षित किया जाएगा.
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को हनुमान मंदिर का दौरा किया और मंदिर में आरती की. इस मौके पर उन्होंने नोटिस को वापस लिए जाने की मांग की.
पूर्व मंत्री लोढ़ा ने बताया कि रेलवे महाप्रबंधक और रेल मंत्री से इस संबंध में बात करने के बाद रेलवे प्रशासन ने प्रस्तावित कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है. विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने कहा कि मंदिर के मुद्दे पर राजनीति करने वालों के बारे में हम कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, यह मंदिर यहीं रहेगा और मंदिर कहीं नहीं जाएगा, इसलिए हमें इस पर अभी राजनीति नहीं करनी चाहिए.
लोढ़ा दादर ईस्ट के प्लेटफॉर्म नंबर 12 के पास स्थित मंदिर गए और न्यासी से बातचीत की और आरती में भी शामिल हुए. विधायक कालिदास कोलंबकर, बजरंग दल तथा विश्व हिंदू परिषद के सदस्य भी मंदिर में मौजूद थे.
मुंबई के मालाबार हिल क्षेत्र के विधायक लोढ़ा ने मंदिर में दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार हिंदुत्व और लोगों की परेशानियों को सुनती हैं. उन्होंने कहा, "हम इस मंदिर के प्रति हिंदू समुदाय की भावनाओं को समझते हैं और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इस पवित्र स्थान को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. जब से हमें स्थिति के बारे में पता चला है तब से भाजपा नेता, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता रेल मंत्री वैष्णव से बातचीत कर रहे हैं."
प्राचीन मंदिरों का संरक्षण किया जा रहा...
वहीं, मुख्यमंत्री फडणवीस ने पुणे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मंदिरों के वर्गीकरण की प्रक्रिया चल रही है. प्राचीन मंदिरों का संरक्षण किया जा रहा है. दादर हनुमान मंदिर के मुद्दे पर रेलवे प्रशासन से चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा. हम इसे नियमानुसार नियमित करेंगे.
मंदिर को गिराने के लिए 'फतवा'
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा था कि रेलवे ने 80 साल पुराने हनुमान मंदिर को गिराने के लिए 'फतवा' जारी किया है. उन्होंने भाजपा के 'एक हैं तो सेफ हैं' नारे पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में मंदिर भी सुरक्षित नहीं है.
रेलवे ने चार दिसंबर को भेजा था नोटिस
रेलवे ने मंदिर के न्यासी और पुजारी को चार दिसंबर को नोटिस भेजा था और ढांचे को हटाने के लिए सात दिन का समय दिया था. नोटिस में कहा गया था कि यह संरचना रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण के जरिये बनाई गई, इसके लिए अनुमति नहीं ली गई थी. इसके चलते वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है. साथ ही दादर रेलवे स्टेशन पर बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी बाधा आ रही है.
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