पटना: अप्रैल के महीने में ही प्रदेश में लू की गर्म हवाओं ने दस्तक दे दी है. दिन के समय तेज धूल भरी पछुआ हवा चल रही है. इसके कारण लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी है. बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आईजीआईएमएस में मंगलवार को मरीजों की इतनी भीड़ पहुंची की रिकॉर्ड बन गया. भीड़ आने से रिकॉर्ड कायम हो गया.
गर्मी में ज्यादा बीमार हो रहे लोग: ओपीडी खुलते ही मरीजों की भारी भीड़ लग गयी. अस्पताल प्रबंधन की ओर से जानकारी दी गई कि मंगलवार को कल 6980 मरीज ओपीडी में देखे गए. सोमवार को भी लगभग 6500 से अधिक मरीज थे. दरअसल पटना के पीएमसीएच हॉस्पिटल में इन दिनों रिकंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. जिसके कारण कई विभाग बंद हैं और कई विभाग सुचारू रूप से काम नहीं कर रहे हैं.
IGIMS में मरीजों की भीड़: ऐसे में पीएमसीएच में जहां प्रतिदिन 4000 से 4500 और मरीज देखे जाते थे, वहां अभी 1500 से 2000 के करीब मरीज जा रहे हैं और यह सारा भी आईजीआईएमएस में शिफ्ट हो गया है. आईजीआईएमएस में भी जांच से लेकर इलाज तक की सभी व्यवस्था निशुल्क हो गई है. इसके कारण ओपीडी में मरीजों का फुटफॉल काफी बढ़ गया है. मौसम में बढ़ी गर्मी के कारण पटना एम्स में भी प्रतिदिन लगभग 5000 के करीब मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं.
डॉक्टर की लाइफ स्टाइल में चेंज लाने की सलाह: आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि मौसम परिवर्तित हो रहा है और गर्म पछुआ हवा चलने लगी है. ऐसे में पानी की कमी के कारण लोगों को कई प्रकार की समस्याएं हो रही हैं. मौसम बदलता है तो लाइफ स्टाइल में भी थोड़ा बदलाव करना पड़ता है. अभी के समय में जरूरी है कि घर से निकले तो प्रचुर मात्रा में पानी पीकर निकलें और अपने साथ पानी का बोतल हमेशा रखें.
"इसके अलावा सीजनल फलों का सेवन करें और तेल मसाला वाले भोजन का सेवन कम करें. धूप में बाहर निकले तो चेहरे को तौलिया से ढक कर चले या अपने साथ छाता लेकर निकले. कोशिश करें कि दिन के 11:00 से 4:00 के बीच बेवजह बाहर नहीं निकले और कोशिश करें कि जरूरी काम 11:00 बजे से पहले अथवा 4:00 बजे के बाद करें."- डॉ मनीष मंडल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, आईजीआईएमएस
बरतें ये सावधानी: इस मौसम में डिहाइड्रेशन और वायरल फीवर की शिकायत सबसे कॉमन है. यदि किसी को बुखार हो जाता है तो नॉर्मल पेरासिटामोल का सेवन करें और फिर भी यदि ठीक नहीं होता है तो नजदीकी स्वास्थ्य सेवा केंद्र पर जाकर चिकित्सक से संपर्क करें. इस मौसम में ओआरएस का घोल का सेवन करना बेहतर होता है क्योंकि इस समय गर्मी बढ़ते ही स्वेटिंग होती है और इसमें शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है. हीट स्ट्रोक से बचने के लिए घर से खाली पेट ना निकले और हर आधे घंटे पर पानी के दो घूंट जरूर पिए.