जयपुर. सूर्य सप्तमी पर राजस्थान के सभी स्कूलों में एक साथ सूर्य नमस्कार किया गया. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जयपुर के चौगान स्टेडियम में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ सूर्य नमस्कार किया. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार से मन में सद्विचार आते हैं और विकार दूर भागते हैं. सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर और मन स्वस्थ रहता है. जब मन में अच्छे विचारों का उद्गम होता है, तो विकारों के लिए कोई जगह नहीं होती है. इससे जीवन में किसी प्रकार की न्यूनता नहीं होती, हम लगातार आगे बढ़ते जाएंगे.
75 लाख छात्रों और समाज के लोगों ने किया सूर्य नमस्कार : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि आज लगभग प्रदेश में 75 लाख छात्र-छात्राओं और समाज के लोगों ने सूर्य नमस्कार किया है. इतने सारे लोगों ने कभी किसी प्रदेश में एक साथ सूर्य नमस्कार नहीं किया होगा. आज सूर्य नमस्कार एक साथ करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हो गया.
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सूर्य अंधेरे को भागता है और प्रकाश देता है : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि प्रदेश भर के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार के सामूहिक अभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किए गए. सूर्य सप्तमी के बाद भी स्कूलों में प्रतिदिन प्रार्थना सभा में सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया जाएगा. सूर्य भगवान अंधेरे को भागता है और प्रकाश देता है, जिनको सूर्य नमस्कार नहीं करना और विरोध करना है, वह अंधेरी कोठरी में बैठे रहें. उनको सूर्य की किरणें नहीं छूएंगी. सूर्य नमस्कार जिन स्कूलों में नहीं होगा, उन पर कार्रवाई करेंगे.
सूर्य भगवान सभी को समान रूप से प्रकाश देते हैं : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि सूर्य भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जिस प्रकार से हमें सूर्य भगवान जीने के लिए उष्णता और प्रकाश देते हैं. उसी प्रकार निरंतर देते रहें. सूर्य देव दुखों से बचाते हैं और विकारों को दूर करते हैं. सूर्य भगवान सभी को समान रूप से प्रकाश और उष्णता देतें हैं. सूर्य भगवान के बिना हमारा जीना बहुत मुश्किल है. हमारी ड्यूटी बनती है कि हम सूर्य भगवान की आराधना भी करें. आज हमने सूर्य भगवान की आराधना सूर्य नमस्कार करके की है. छात्र-छात्राओं और समाज के लोगों ने सूर्य नमस्कार में भाग लिया है. सूर्य भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें.
भगवान सभी को सद्बुद्धि दें : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि मुझे इस बात का बहुत दुख है कि सूर्य भगवान हमें सब कुछ देता है, उसके बावजूद भी कुछ लोग सूर्य भगवान की आराधना नहीं करना चाहते और विरोध कर रहे हैं. भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन सभी को सद्बुद्धि दे, ताकि वह भी अपने जीवन में सूर्य नमस्कार को आत्मसात करें. सूर्य नमस्कार को लेकर कई मुस्लिम भाई-बहनों के बधाई संदेश प्राप्त हुए हैं. सभी ने कहा कि हम आपके साथ हैं और बधाई दी है. कुछ ऐसे लोग हैं जो देश में विश्वास नहीं रखते हैं, भारत माता को अपनी भारत माता नहीं मानते हैं. उन लोगों ने विरोध किया है."मैं उनकी चिंता भी नहीं करता. मुस्लिम समाज के छात्र-छात्राओं ने भी सूर्य नमस्कार किया है. भगवान से प्रार्थना करता हूं कि यह मुस्लिम बच्चे सभी बच्चों के साथ उन्नति करें."
शिक्षा मदन दिलावर ने कहा कि आज नहीं तो कल विरोध करने वाले लोग भी हम सब लोगों के उत्तम स्वास्थ्य को देखते हुए हमारा अनुसरण करेंगे. सूर्य नमस्कार सारे योगों का सार है. योग के ज्ञाताओं ने कहा है कि सूर्य नमस्कार करने के बाद किसी योग की जरूरत नहीं होती है. सारे योग इसमें समाहित हैं. हमें खुशी है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी योग व्यायाम और सूर्य नमस्कार को मान्यता दी है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाए, इस बात को संयुक्त राष्ट्र संघ में रखा. 100 से ज्यादा देशों ने इसको स्वीकार किया है और सूर्य नमस्कार कर रहे हैं. हम प्रतिदिन प्रार्थना के समय कम से कम 10 मिनट रोजाना सूर्य नमस्कार करेंगे. इससे हमारा मन और शरीर स्वस्थ रहेगा. कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी समेत शिक्षा विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे.