कोटा : राज्य में बीजेपी सरकार के एक साल पूरा होने पर जहां जश्न मनाया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस जिला स्तर पर जाकर सरकार की कमियों को उजागर करने में जुटी हुई है. इसी क्रम में कोटा में पूर्व मंत्री डॉ. रघु शर्मा और डॉ. जितेंद्र सिंह पहुंचे. उन्होंने कोटा सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.
डॉ. रघु शर्मा ने जयपुर में हुए टैंकर हादसे पर श्रद्धांजलि दी, लेकिन सवाल उठाया कि जब 2023 में ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को काम पूरा करना था, तो देरी क्यों हुई ?. उन्होंने कहा कि यह भी हादसे के लिए जिम्मेदार हैं. हमने सरकार को पूरा 1 साल दिया है, लेकिन अब उनकी कमियां उजागर करना जरूरी हैं और पूरे साल की सरकार की खामियों पर "ब्लैक पेपर" लेकर आएंगे. डॉ. रघु शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार 35 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के तहत "राइजिंग राजस्थान" की बात कर रही है, लेकिन यह नहीं बता रही है कि किस जिले में कितना एमओयू और किसने किया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति की हैसियत 5 लाख की नहीं है, वह 15000 करोड़ का एमओयू सरकार से करके आ गया है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह जमीन हड़पने का षड्यंत्र है ? और सरकार को इस पर "व्हाइट पेपर" जारी करना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि सरकार ईआरसीपी और शेखावाटी में यमुना का पानी लाने की बात कर रही है, लेकिन हरियाणा और मध्य प्रदेश सरकार के साथ इसके एमओयू हुए या नहीं, कोई जानकारी नहीं है. यहां तक कि पत्रकारों के पास भी एमओयू की कॉपी नहीं है. 'मोदीजी' मंच से एमओयू दिखा रहे हैं, लेकिन दे नहीं रहे हैं. इस दौरान विधायक सीएल प्रेमी, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष राखी गौतम, जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी, भानु प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.
कांग्रेस चलाएगी जन जागरण अभियान : डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि अडाणी के मुद्दे पर संसद में चर्चा हो रही थी. राहुल गांधी आरोप लगाते रहे हैं कि संविधान को खत्म किया जा रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के बारे में गलत बयान दिया है, जो शर्मनाक और निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इस बड़ी गलती पर माफी मांगने के बजाय सदन के बाहर ड्रामा किया जा रहा है. प्रदेश में किसानों को यूरिया और डीएपी नहीं मिल रहा है. बजट में एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब केंद्र से पैसा आने के बाद बनाने की बात कही जा रही है. अगर पैसा नहीं था, तो घोषणा क्यों की गई ?
योजनाओं को बंद करने का आरोप : डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने पूरे 1 साल में हमारी योजनाओं को बंद करने या नाम बदलने का काम किया है. फ्री बिजली की स्कीम बंद कर दी गई है. किसानों को 2000 यूनिट बिजली नहीं दी जा रही है. इंदिरा रसोई का नाम बदल दिया गया और 25 लाख के बीमा की स्कीम को बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दो बार 7 दिन में राजस्थान आ गए, लेकिन एक नया पैसा नहीं देकर गए. केंद्र सरकार में सेना भर्ती को "अग्निवीर" में तब्दील कर दिया गया है, जहां केवल 4 साल के लिए भर्ती की जा रही है. इससे सेना कमजोर होगी और यह चीन और पाकिस्तान से कैसे लड़ पाएगी ?
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राजस्थान की संपदा एक व्यक्ति को सौंपने का आरोप : पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने आरोप लगाया कि सरकार बजरी माफिया का चेहरा बन गई है. राइजिंग राजस्थान में जलवायु और ग्रीन एनर्जी के नाम पर केवल अडाणी को आगे किया गया है और राजस्थान की भू संपदा उसे सौंपने का काम किया जा रहा है. कोटा एयरपोर्ट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पुराने एयरपोर्ट को बेचकर नया बनाने की बात कही जा रही है, लेकिन यह कब बनेगा, कोई नहीं बता रहा है. डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ताओं की बात विधायक नहीं सुनते, विधायकों की मंत्री नहीं सुनते और मंत्रियों की मुख्यमंत्री नहीं सुनते. यहां तक कि मुख्यमंत्री केवल नाम के ही हैं, जबकि सरकार ब्यूरोक्रेसी चला रही है. उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा मगरमच्छ पकड़ने की बात करते थे, लेकिन सब-इंस्पेक्टर भर्ती में पकड़ी गई मछलियां अब जमानत पर रिहा होकर हेडक्वार्टर में जॉइनिंग कर चुकी हैं. कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है.