बूंदी. किसानों को देशद्रोही कहने पर कोटा बूंदी पूर्व सांसद रामनारायण मीणा ने कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने इसे देश के अन्नदाताओं का अपमान बताया. रामनारायण मीणा ने किसानों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर किसानों की ओर से मनाए जा रहे काले दिवस का समर्थन किया.
रामनारायण मीणा ने कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉली किसानों की आजीविका का साधन है. उन्हें इसे दिल्ली ले जाने से रोकना गलत है. उन्होंने किसानों की एमएसपी कानून बनाने और अन्य मांगों को उचित बताया और प्रधानमंत्री मोदी से किसानों से वार्ता कर उनकी मांगों को स्वीकार करने की अपील की. मीणा ने इस किसान आंदोलन को पंजाब हरियाणा के किसानों का ही आंदोलन नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों की आवाज बताते हुए कहा कि "मैं स्वयं किसान पुत्र हूं और आज भी खेती कर रहा हूं. इसलिए किसानों की मजबूरी और समस्याओं को मैं भली भांति समझता हूं."
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किसानों से लिया जा रहा है टैक्स : रामनारायण मीणा ने कहा कि किसानों की खेती में उपयोग में लिए जा रहे संसाधनों पर जीएसटी को बढ़ाकर किसानों से टैक्स भी लिया जा रहा. किसान को बिना टैक्स वाला बताना गलत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक ओर तो अपने आप को गरीब का पुत्र बताते हैं और दूसरी ओर किसानों से वार्ता नहीं कर उनके आंदोलन को कुचलने का कार्य कर रहे हैं, जो निंदनीय है.
बूंदी के विकास में दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी : बूंदी के विकास में दृढ़ इच्छा शक्ति की कमी बताते हुए रामनारायण मीणा ने कहा कि नेताओं को दृढ़ इच्छा शक्ति से बूंदी के विकास में कदम बढ़ाने चाहिए, ताकि बूंदी का सर्वांगीण विकास हो सके. इस अवसर पर कर्मचारी नेता पुरुषोत्तम पारीक, कांग्रेस पूर्व उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, रामदेव गोचर, लोकेश सुखवाल व संजय शर्मा भी मौजूद थे.