अनूपगढ़ : जिले की नई मंडी घड़साना के आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय की छात्राओं ने इस बार रक्षाबंधन का पर्व कुछ खास अंदाज में मनाया. छात्राओं ने भारत-पाक सीमा पर स्थित के के टिब्बा पोस्ट पर तैनात बीएसएफ के जवानों के साथ यह पवित्र पर्व हर्षोल्लास से मनाया और उन्हें राखियां बांधी. इस मौके पर बीएसएफ के जवानों ने छात्राओं को उपहार भी दिए.
रक्षासूत्र बांध कर दिया भाई का दर्जा : छात्राओं ने सीमा पर तैनात जवानों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधकर उन्हें अपने भाई का दर्जा दिया और उनकी दीर्घायु व सुरक्षा की कामना की. इस अवसर पर बीएसएफ के जवानों के चेहरों पर मुस्कान और गर्व की भावना साफ झलक रही थी. छात्राओं ने जवानों के प्रति अपने स्नेह और सम्मान को प्रदर्शित करते हुए कहा कि वे अपनी सुरक्षा में लगे इन वीर जवानों को अपना भाई मानती हैं और उनके जीवन की सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं.
बीएसएफ जवानों ने छात्रों को दिए उपहार : राखी बंधवाने के बाद बीएसएफ जवानों ने भी छात्राओं को उपहार भेंट किए और उन्हें भरोसा दिलाया कि वे देश की सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनके सम्मान और सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगे. जवानों ने वचन दिया कि वे हर हाल में देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे, ताकि उनके ये राखी बांधने वाली बहनें सुरक्षित और खुशहाल रहें.
बाड़मेर में सामाजिक सद्भाव की झलक : बाड़मेर में ऑल इंडिया कौमी एकता कमेटी, ब्रह्मा कुमारी आश्रम और टीम बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान में रक्षाबंधन के पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां पर सर्वधर्म के लोगों ने प्रेम-भाव से एक दूसरे को राखी बांधकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया. ब्रह्माकुमारी आश्रम की प्रमुख राज योगिनी बीके बबीता बहन, सुशीला दीदी, मनीषा बहन ने जिला कलेक्टर निशांत जैन, जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा के रक्षा सूत्र बांधकर कार्यक्रम का आगाज किया. कार्यक्रम में सर्वधर्म समभाव के तहत भाई-बहनों ने एक दूजे को रक्षा सूत्र बांधा. कार्यक्रम में गंगा-जमुनी तहजीब और सामाजिक सद्भाव की झलक देखने को मिली.
सेना के जवानों को बांधी राखी : रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बाड़मेर वात्सल्य सेवा केंद्र की बेटियों ने साध्वी सत्यसिद्धा की अगुवाई में जालीपा आर्मी स्टेशन पहुंच कर सेना के जवानों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की. रक्षाबंधन के दिन इन बहनों के हाथों से राखियां बंधवा कर सेना के जवान भी काफी खुश नजर आए. वात्सल्य सेवा केंद्र की बेटी कल्पना ने बताया कि मेरे कोई भाई है या नहीं इस बात का मुझे पता नहीं है, क्योंकि हम वात्सल्य धाम में दीदीजी के पास ही रहे हैं. कल्पना ने कहा कि हमारे असली भाई यही हैं, क्योंकि सरहद पर खड़े होकर देश के प्रत्येक नागरिक की रक्षा करते हैं. सेना के अधिकारी ने बताया कि रक्षाबंधन का पर्व हम सब इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ मानते हैं. आज बहने आई हैं, हमें बहुत अच्छा लगा.