पटना: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चिकित्सक डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. नवादा लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में डॉक्टर सहजानंद ने बताया कि यदि भारतीय जनता पार्टी टिकट देती है तो नवादा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. उनका घर नवादा पड़ता है. क्षेत्र के सैकड़ों लोग उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं. क्षेत्र की लोगों की इच्छा है कि वह चुनाव लड़े.
"बीजेपी से टिकट मिलता है तो लड़कर जीतेंगे और बहुत भारी मतों से जीतेंगे. बीजेपी ने जो लोकसभा चुनाव को लेकर नवादा सीट पर सर्वे कराया है उसमें जानकारी मिली है कि मेरा नाम टॉप पर है. बरबीघा, हिसुआ, नवादा, रजौली सभी जगह उनके क्षेत्र में हर जाति वर्ग में उन्हें समर्थन प्राप्त है."- डॉ सहजानंद, आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष
चिराग पासवान से भी हुई है मुलाकातः डॉ सहजानंद से जब यह सवाल किया गया कि नवादा सीट अभी लोजपा के पास है. इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा और लोजपा एक ही है. उनका कहना था दोनों एक ही गठबंधन एनडीए में है. यदि लोजपा उन्हें नवादा से चुनाव लड़ना चाहेगी तो वह लड़ जायेंगे. रामविलास पासवान के समय से पासवान परिवार से उनका पारिवारिक संबंध रहा है, पिछले दिनों वह चिराग पासवान से भी मिले हैं.
पीएम मोदी के कार्यों से हैं प्रभावित: डॉ सहजानंद प्रसाद ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से काफी प्रभावित है. दिन रात देश की सेवा में लगे रहते हैं. वह मात्र 4 घंटे सोते हैं और फिर भी अपने स्वास्थ्य को इस उम्र में भी बेहतरीन बनाए हुए हैं. जिस प्रकार से उन्होंने काशी विश्वनाथ और बनारस को बनाया, राम मंदिर और उज्जैन महाकाल लोक बनवाया, इन सब कार्यों से वह बहुत प्रभावित हैं. विज्ञान से लेकर अध्यात्म तक पर उनकी पकड़ है.
स्वास्थ्य सुविधा विकसित करना है लक्ष्यः उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी या उसके सहयोगी पार्टी चाहेगी तो वह नवादा से चुनाव जरूर लड़ेंगे. आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान भी वह आओ चले गांव की ओर कार्यक्रम चलाते थे. जिसमें चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर मरीजों की सेवा के लिए प्रेरित करते थे. क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा विकसित करने का उनका लक्ष्य होगा और एमपी के नाते जो कुछ भी दायित्व मिलते हैं वह सभी जिम्मेदारी पूरा करेंगे.
पीएम मोदी को लिखी थी चिट्ठीः डॉ सहजानंद प्रसाद ने कहा कि आईएमए कि जब वह इमीडिएट पास्ट प्रेसिडेंट बने तो उन्होंने पांच पंक्ति की एक चिट्ठी प्रधानमंत्री को लिखी. इसके बाद प्रधानमंत्री की ओर से जो रिस्पॉन्स आया उसे वह हतप्रभ हो गए. प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया फिर एक आईएएस अधिकारी का फोन आया और पूछा डॉक्टर साहब क्यों प्रधानमंत्री से मिलना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि वह चाहते हैं कि गरीब जनता की सेवा करें और निरंतर इस कार्य में लगे हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सीय व्यवस्था बेहतर बनाना चाहते हैं. इसके लिए वह कहीं से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं या राज्यसभा का मेंबर बनना चाहते हैं.
समाज सेवा करने की इच्छा: डॉ सहजानंद प्रसाद ने बताया कि इसके बाद उन्हें सभी कागज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पास भेजने के लिए कहा गया. उन्होंने उसे भेज दिया. जेपी नड्डा से उन्होंने दो-तीन बार मुलाकात की कोशिश भी की लेकिन उनके व्यस्त कार्यक्रमों के कारण वह नहीं मिल पाए. जेपी नड्डा पार्टी कार्यक्रम के लिए कभी महाराष्ट्र तो कभी गुजरात के टूर पर थे.ल उनसे भेंट नहीं हो पाई. इसके बाद उन्होंने बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री को अपना मैसेज पहुंचा दिया. दोनों मुख्यमंत्री को उन्होंने बता दिया कि हमारी इच्छा सेवा करने की है और चाहते हैं कि बीजेपी से नवादा का लोकसभा टिकट मिले.
50 रुपये में करते हैं इलाजः डॉ सजहानंद प्रसाद ने कहा कि वह शुरू से बीजेपी और एनडीए माइंडेड रहे हैं. वह पहले भी एनडीए के लिए काम करते रहे हैं आगे भी करेंगे और टिकट मिलता है तो चुनाव लड़ेंगे. बातचीत के दौरान डॉक्टर सहजानंद प्रसाद राजेंद्र नगर स्थित अपने क्लीनिक पर थे. सैकड़ों की तादाद में मौजूद मरीजों को देख रहे थे. डॉ सहजानंद के पास प्रदेश के कोने-कोने से लोग इलाज करने पहुंचते हैं. इनकी खासियत यह है कि इस महंगाई के युग में भी वर्षों से मात्र 50 रुपये फीस पर ही मरीज को देखते रहे हैं. ऑर्थोपेडिक चिकित्सा में डॉक्टर सहजानंद प्रसाद नामी चिकित्सक हैं.
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