मेरठ: थाना कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने अवैध गैस रीफिलिंग प्लांट पर छापेमारी कर कई लोगों को पकड़ा है. यह अवैध रूप से यह काम रिहायशी इलाके में किया जा रहा था. यहां पर एक सिलेंडर से दूसरे सिलेंडर में गैस भरी जा रही थी. जिस जगह पर ये प्लांट चल रहा है, वह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है. घनी आबादी में गैस रीफिलिंग प्लांट चलाकर ये लोग हजारों लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे. सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस जांच करने मौके पर पहुंची. पुलिस ने मौके से 200 सिलेंडर पकड़े हैं. पकड़े गए लोग घरों में सप्लाई के दौरान गैस कम कर सिलेंडर में भरकर बेचते थे. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि गोदाम मालिक फरा है.
बताया जा रहा है कि अवैध रुप से चल रहे रिफलिंग गोदाम का मालिक साद पुत्र शाहिद है, जो आजाद नगर गोलाकुंआ का रहने वाला है. वह लखीपुरा के रहने वाले दिलशाद, नईम के साथ मिलकर यह प्लांट चला रहा था. प्लांट शाहनवाज के मकान में पिछले 2 साल से चल रहा था. प्लांट चलाने के लिए साद ने ही शाहनवाज से उसका मकान किराए पर 2 साल पहले लिया था. छापेमारी में यहां टीम को काफी संख्या में गैस के भरे और खाली सिलेंडर मिले हैं. साद के साथ काम करने वाले दिलशाद और नईम ही खाली सिलेंडर में गैस भरते थे.
इन लोगों ने यहां गैस रीफिल करने के लिए पूरा सेटअप लगाया हुआ था. इसमें प्रेशर मशीन से लेकर पाइप भी थी. प्रेशर मशीन से सिलेडरों में गैस की जगह हवा भरते थे. हवा भरे सिलेंडरों को रेस्टोरेंट और ठेले, रेहड़ी वालों को सप्लाई किया जा रहा था. कामर्शियल के अलावा घरों में भी अवैध तरीके से ये सिलेंडर सप्लाई करते थे.
बाजार से कम दामों पर यहां से गैस सिलेंडर सप्लाई किए जाते थे, जिसकी वजह से लोग यहां से सिलेंडर लेते थे. बताया जा रहा है कि साद और उसकी टीम ने शहर की दो से तीन गैस एजेंसियों से सेटिंग की हुई थी. उन एजेंसियों से सिलेंडर लेते और उसमें गड़बड़ी कर अवैध तरीके से सप्लाई करते, बेचते थे. मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय अधिकारी, आपूर्ति विभाग सुनील कुमार ने बताया कि कौन सी गैस एजेंसियों से इन लोगों की सेटिंग थी, जहां से सिलेंडर आ रहे थे इसकी भी पूछताछ हो रही है. टीम में सीओ अविनाश कुमार के साथ पुलिस टीम भी छापेमारी में शामिल रही.
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