कानपुर: आईआईटी कानपुर में पहली बार मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर जिस गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइसेंस एंड टेक्नोलॉजी को बनाया जा रहा है, उसके लिए योगी सरकार ने अपने बजट से 10 करोड़ की राशि आवंटित की है. इस संस्थान में पहले स्तर पर पोस्टग्रेजुएट शैक्षणिक डिग्री और बायोमेडिकल अनुसंधान को पूरा किया जाएगा. इसके बाद दूसरे स्तर में 500 बेड वाला सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का संचालन होगा, जोकि चिकित्सा घटकों और उच्च-स्तरीय देखभाल को पूरा करेगा.
सरकार की ओर से बजट राशि मिलने के बाद आईआईटी के निदेशक प्रो. एस गणेश ने कहा कि गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसके साथ संस्थान ने चिकित्सा और तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के अभिसरण में क्रांतिकारी बदलाव लाने की कल्पना की है. हमारा प्रयास एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है. जो न केवल मेडटेक में राज्य के अनुसंधान को बढ़ावा देता है, बल्कि इसकी चिकित्सा सुविधाओं को भी समृद्ध करता है. इसलिए सरकार द्वारा दी गई बजट की राशि एक महत्वपूर्ण योगदान है. इसके लिए हम सीएम योगी आदित्यनाथ के आभारी हैं.
सरकार की निधि से मेडिकल स्कूल के कई काम पूरे होंगे: गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के प्रभारी प्रोफेसर प्रोफेसर संदीप वर्मा ने कहा, “आईआईटी कानपुर मेडिकल स्कूल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने जो राशि दी है, उससे स्कूल के कई काम पूरे होंगे. हमारा फोकस है, कि हम अधिक से अधिक शोध कार्य करें. जिससे आने वाले समय में सरकार और चिकित्सा क्षेत्र में जनउपयोगी उपकरण और इलाज के संसाधन मुहैया करा सकें.
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