वाराणसी: आईआईटी बीएचयू में उस समय हड़कंप मच गया, जब हॉस्टल के कमरे में छात्र का शव पड़ा मिला. मिली जानकारी के अनुसार B.Arch कोर्स के पांचवें सेमेस्टर का छात्र उत्कर्ष लिमडी हॉस्टल के कमरा नंबर 187 में रहता था. बुधवार शाम 5:00 बजे रूममेट जब रूम पर पहुंचा तो दरवाजा बंद था. काफी देर तक आवाज लगाने के बाद जब कोई आवाज नहीं आई तो बगल की खिड़की से देखा तो उत्कर्ष का शव पड़ा था. इसकी सूचना उसने वार्डन को दी. आनन-फानन में छात्र को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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इस घटना की सारी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को दी है. मौके पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथी छात्रों ने बताया कि उत्कर्ष डिप्रेशन से जूझ रहा था. साथी छात्रों की मानें तो सुसाइड करने से लगभग 20 घंटे पहले उत्कर्ष ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा कि 'पूरी दुनिया पढ़ाई करती है, लेकिन आर्किटेक्ट बनने वाले उस टाइम में चिल करते हैं. छात्रों ने बताया कि डिप्रेशन के लिए वह रेगुलर काउंसलिंग भी ले रहा था.
बता दें कि उत्कर्ष ने इंटीग्रेटेड ड्यूल डिग्री कोर्स में भी एडमिशन लिया था. उत्कर्ष की मां ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि बेटा किसी परेशानी से जूझ रहा था. अभी तो सब कुछ ठीक था, दोपहर 3:00 बजे मुझे बोलकर निकला था कि हॉस्टल जा रहा हूं. न जाने 2 घंटे में ऐसा क्या हुआ कि उसने आत्महत्या कर ली. हमें नहीं पता कि वह इतना डिस्टर्ब क्यों चल रहा था,अब उसकी बहन को कौन देखेगा.
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