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IGNOU और आईसीएमएआई ने कृषि लागत प्रबंधन में शुरू किया डिप्लोमा, जानिए योग्यता और एडमिशन प्रॉसेस - INGOU ADMISSION

INGOU ADMISSION: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन यूनिवर्सिटी ने एग्रीकल्चर में कॉस्ट मैनेजमेंट सिखाने के उद्देश्य से DACM कोर्स शुरू किया है. इसमें 12वीं पास स्टूडेंट्स भी अप्लाई कर सकते हैं. इस कोर्स की ड्यूरेशन एक से तीन साल रखी गई है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 28, 2024, 11:26 AM IST

कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा कोर्स
कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा कोर्स (SOURCE: ETV BHARAT)

नई दिल्ली: इग्नू के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर ने ICMAI (Institute of Cost Accountants of India) के सहयोग से एक नया शैक्षिक कार्यक्रम डिप्लोमा इन एग्रीकल्चरल कॉस्ट मैनेजमेंट (डीएसीएम DACM) लॉन्च किया है. कृषि एक साधन संपन्न पेशा है और किसानों की आय बढ़ाना देश में लागू की जा रही विभिन्न राष्ट्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों का एक प्रमुख लक्ष्य है.

किसानों के बीच दो पहलूओं लागत प्रबंधन( COST MANAGEMENT) और अधिकतम रिटर्न (MAXIMUM RETURN) पर जागरूक किया जा रहा है. मूल्यवर्धन और विविधीकरण जैसी संबद्ध कृषि-आधारित गतिविधियों के साथ-साथ मुख्य कृषि गतिविधियों से आय बढ़ाने की कोशिशें की जा रही है. कृषि उद्यमिता/कृषि-स्टार्टअप कृषि उत्पादन की लागत को कम करने और आय का एक बढ़ा स्रोत प्रदान करने के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं. कृषि आपूर्ति श्रृंखला में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज विकसित करके कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और सहकारी समितियों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है.

इन सभी प्रयासों को पूरा करने के लिए, इग्नू और आईसीएमएआई ने संयुक्त रूप से एक ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रम कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा विकसित किया है. कार्यक्रम में कृषि लेखांकन और लागत, कृषि आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, भूमि का विवेकपूर्ण उपयोग, जल प्रबंधन और अन्य संबंधित कृषि गतिविधियां शामिल हैं. कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा का उद्देश्य शिक्षार्थियों को कृषि लागतों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए शिक्षित और प्रशिक्षित करना है. कृषि उत्पादन, फसल की खेती, पशुधन पालन के विभिन्न पहलुओं से संबंधित रणनीतिक निर्णय लेने सहित वित्तीय नियोजन, संसाधन आवंटन, विपणन और जोखिम शमन जैसी विभिन्न गतिविधियों में विशेषज्ञता प्रदान करना है.

ये हैं कार्यक्रम के उद्देश्य और योग्यता
डीएसीएम कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्यों में अधिकतम संसाधन उपयोग, कृषि लागत प्रबंधन, मूल्य श्रृंखला और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के प्रति ज्ञान, कौशल और उद्यमशीलता क्षमताओं में दक्षता शामिल है. ये पाठ्यक्रम शहरी और ग्रामीण युवाओं, छोटे और मध्यम उद्यमियों, किसान संगठनों, एनजीओ पदाधिकारियों, प्रशिक्षकों और प्रगतिशील किसानों को लक्षित करता है, जिनके लिए किसी भी विषय में 10+2 उत्तीर्ण करने की न्यूनतम पात्रता आवश्यक है. पाठ्यक्रम की अवधि न्यूनतम 1 साल से अधिकतम 3 साल तक होगी. जुलाई 2024 सत्र के लिए कार्यक्रम में प्रवेश शुरू हो गया है. प्रवेश के लिए, ऑनलाइन फॉर्म https://ignouadmission.samarth.edu.in/ पर आमंत्रित किए जाते हैं. आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है. कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर उपलब्ध है.

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नई दिल्ली: इग्नू के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर ने ICMAI (Institute of Cost Accountants of India) के सहयोग से एक नया शैक्षिक कार्यक्रम डिप्लोमा इन एग्रीकल्चरल कॉस्ट मैनेजमेंट (डीएसीएम DACM) लॉन्च किया है. कृषि एक साधन संपन्न पेशा है और किसानों की आय बढ़ाना देश में लागू की जा रही विभिन्न राष्ट्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों का एक प्रमुख लक्ष्य है.

किसानों के बीच दो पहलूओं लागत प्रबंधन( COST MANAGEMENT) और अधिकतम रिटर्न (MAXIMUM RETURN) पर जागरूक किया जा रहा है. मूल्यवर्धन और विविधीकरण जैसी संबद्ध कृषि-आधारित गतिविधियों के साथ-साथ मुख्य कृषि गतिविधियों से आय बढ़ाने की कोशिशें की जा रही है. कृषि उद्यमिता/कृषि-स्टार्टअप कृषि उत्पादन की लागत को कम करने और आय का एक बढ़ा स्रोत प्रदान करने के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं. कृषि आपूर्ति श्रृंखला में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज विकसित करके कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और सहकारी समितियों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है.

इन सभी प्रयासों को पूरा करने के लिए, इग्नू और आईसीएमएआई ने संयुक्त रूप से एक ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रम कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा विकसित किया है. कार्यक्रम में कृषि लेखांकन और लागत, कृषि आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, भूमि का विवेकपूर्ण उपयोग, जल प्रबंधन और अन्य संबंधित कृषि गतिविधियां शामिल हैं. कृषि लागत प्रबंधन में डिप्लोमा का उद्देश्य शिक्षार्थियों को कृषि लागतों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए शिक्षित और प्रशिक्षित करना है. कृषि उत्पादन, फसल की खेती, पशुधन पालन के विभिन्न पहलुओं से संबंधित रणनीतिक निर्णय लेने सहित वित्तीय नियोजन, संसाधन आवंटन, विपणन और जोखिम शमन जैसी विभिन्न गतिविधियों में विशेषज्ञता प्रदान करना है.

ये हैं कार्यक्रम के उद्देश्य और योग्यता
डीएसीएम कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्यों में अधिकतम संसाधन उपयोग, कृषि लागत प्रबंधन, मूल्य श्रृंखला और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के प्रति ज्ञान, कौशल और उद्यमशीलता क्षमताओं में दक्षता शामिल है. ये पाठ्यक्रम शहरी और ग्रामीण युवाओं, छोटे और मध्यम उद्यमियों, किसान संगठनों, एनजीओ पदाधिकारियों, प्रशिक्षकों और प्रगतिशील किसानों को लक्षित करता है, जिनके लिए किसी भी विषय में 10+2 उत्तीर्ण करने की न्यूनतम पात्रता आवश्यक है. पाठ्यक्रम की अवधि न्यूनतम 1 साल से अधिकतम 3 साल तक होगी. जुलाई 2024 सत्र के लिए कार्यक्रम में प्रवेश शुरू हो गया है. प्रवेश के लिए, ऑनलाइन फॉर्म https://ignouadmission.samarth.edu.in/ पर आमंत्रित किए जाते हैं. आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है. कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर उपलब्ध है.

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