देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में अब तक प्रमुख वन संरक्षक हॉफ के पद पर अतिरिक्त जिम्मेदारी देख रहे धनंजय मोहन को भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद इसकी फुल फ्लैश जिम्मेदारी दे दी गई. हाल ही में शासन में इसको लेकर DPC हुई थी. इसके बाद धनंजय मोहन को हॉफ पद पर चयनित किया गया था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बिना इसके लिए आदेश नहीं हो पा रहे थे. ऐसे में अब भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति मिल गई है. जिसके बाद धनंजय मोहन को विभाग का नया मुखिया बनाया गया है.
धनंजय मोहन ने यह जिम्मेदारी मिलते ही फॉरेस्ट फायर कंट्रोल रूम में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया और कंट्रोल रूम में मौजूद विभिन्न कर्मियों को भी दूर करने के निर्देश दिए. जानकारी के अनुसार कंट्रोल रूम में फॉरेस्ट फायर की जानकारी को जुटाने से जुड़ी कुछ कमियां भी मिली हैं, जिनको दूर करने के लिए अधिकारियों को कहा गया है. धनंजय मोहन ने कंट्रोल रूम से ही प्रभागीय वन अधिकारियों से भी बात की और जंगलों में लग रही आग को लेकर विशेष रूप से चौकसी बरतने के लिए कहा है.फॉरेस्ट फायर को लेकर इस समय वन विभाग ही नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार चिंतित दिखाई दे रही है.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से लेकर हल्द्वानी तक इस मामले में समीक्षा बैठक कर रहे हैं. सीधे तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरती जाए और जंगलों में लग रही आग की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए कदम उठाए जाएं. इसी को देखते हुए विभाग के मुखिया बने धनंजय मोहन भी अपनी प्राथमिकता के अनुसार फॉरेस्ट फायर पर विशेष तौर से निगरानी रख रहे हैं.
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