ETV Bharat / state

वन विभाग के नए मुखिया ने कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण, फॉरेस्ट फायर पर सिस्टम सुधारने के दिए निर्देश - IFS OFFICER DHANANJAY MOHAN

Ifs Officer Dhananjay Mohan उत्तराखंड में फॉरेस्ट फायर की घटनाएं वन विभाग समेत पूरे प्रदेश के लिए बड़ी चिंता का सबब बनी हुई हैं. बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद आईएफएस अधिकारी धनंजय मोहन को प्रमुख वन संरक्षक हॉफ की जिम्मेदारी दी गई है. धनंजय मोहन ने जिम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद फायर कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 1, 2024, 10:47 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में अब तक प्रमुख वन संरक्षक हॉफ के पद पर अतिरिक्त जिम्मेदारी देख रहे धनंजय मोहन को भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद इसकी फुल फ्लैश जिम्मेदारी दे दी गई. हाल ही में शासन में इसको लेकर DPC हुई थी. इसके बाद धनंजय मोहन को हॉफ पद पर चयनित किया गया था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बिना इसके लिए आदेश नहीं हो पा रहे थे. ऐसे में अब भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति मिल गई है. जिसके बाद धनंजय मोहन को विभाग का नया मुखिया बनाया गया है.

धनंजय मोहन ने यह जिम्मेदारी मिलते ही फॉरेस्ट फायर कंट्रोल रूम में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया और कंट्रोल रूम में मौजूद विभिन्न कर्मियों को भी दूर करने के निर्देश दिए. जानकारी के अनुसार कंट्रोल रूम में फॉरेस्ट फायर की जानकारी को जुटाने से जुड़ी कुछ कमियां भी मिली हैं, जिनको दूर करने के लिए अधिकारियों को कहा गया है. धनंजय मोहन ने कंट्रोल रूम से ही प्रभागीय वन अधिकारियों से भी बात की और जंगलों में लग रही आग को लेकर विशेष रूप से चौकसी बरतने के लिए कहा है.फॉरेस्ट फायर को लेकर इस समय वन विभाग ही नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार चिंतित दिखाई दे रही है.

बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से लेकर हल्द्वानी तक इस मामले में समीक्षा बैठक कर रहे हैं. सीधे तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरती जाए और जंगलों में लग रही आग की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए कदम उठाए जाएं. इसी को देखते हुए विभाग के मुखिया बने धनंजय मोहन भी अपनी प्राथमिकता के अनुसार फॉरेस्ट फायर पर विशेष तौर से निगरानी रख रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में अब तक प्रमुख वन संरक्षक हॉफ के पद पर अतिरिक्त जिम्मेदारी देख रहे धनंजय मोहन को भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद इसकी फुल फ्लैश जिम्मेदारी दे दी गई. हाल ही में शासन में इसको लेकर DPC हुई थी. इसके बाद धनंजय मोहन को हॉफ पद पर चयनित किया गया था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के बिना इसके लिए आदेश नहीं हो पा रहे थे. ऐसे में अब भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति मिल गई है. जिसके बाद धनंजय मोहन को विभाग का नया मुखिया बनाया गया है.

धनंजय मोहन ने यह जिम्मेदारी मिलते ही फॉरेस्ट फायर कंट्रोल रूम में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया और कंट्रोल रूम में मौजूद विभिन्न कर्मियों को भी दूर करने के निर्देश दिए. जानकारी के अनुसार कंट्रोल रूम में फॉरेस्ट फायर की जानकारी को जुटाने से जुड़ी कुछ कमियां भी मिली हैं, जिनको दूर करने के लिए अधिकारियों को कहा गया है. धनंजय मोहन ने कंट्रोल रूम से ही प्रभागीय वन अधिकारियों से भी बात की और जंगलों में लग रही आग को लेकर विशेष रूप से चौकसी बरतने के लिए कहा है.फॉरेस्ट फायर को लेकर इस समय वन विभाग ही नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार चिंतित दिखाई दे रही है.

बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से लेकर हल्द्वानी तक इस मामले में समीक्षा बैठक कर रहे हैं. सीधे तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरती जाए और जंगलों में लग रही आग की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए कदम उठाए जाएं. इसी को देखते हुए विभाग के मुखिया बने धनंजय मोहन भी अपनी प्राथमिकता के अनुसार फॉरेस्ट फायर पर विशेष तौर से निगरानी रख रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.