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शिमला में बनेगा HRTC बस संग्रहालय, रखे जाएंगे 1974 से 2024 तक के मॉडल - Shimla HRTC MUSEUM

HRTC BUS MUSEUM: एचआरटीसी की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर शिमला में बस संग्रहालय बनाया जा रहा है. संग्रहालय में एचआरटीसी की बसों के मॉडल, पुरानी टिकटें, बसों की पुरानी तस्वीरें और कलपुर्जे संजोए जाएंगे. पढ़ें पूरी खबर...

HRTC BUS MUSEUM
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 1, 2024, 8:29 PM IST

शिमला: एचआरटीसी हिमाचल प्रदेश में यात्रा का मुख्य साधन है. इस साल एचआरटीसी अपने सफर के 50 वर्ष पूरे कर रहा है. जिसके उपलक्ष्य पर एचआरटीसी का स्वर्ण जयंती मना रहा है. 50 वर्षों के यादगार और संघर्षशील यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) शिमला एमडी कार्यालय में बस संग्रहालय बनाने जा रहा है. जिसमें अब तक के बसों के मॉडल, पुरानी टिकटें, बसों की पुरानी तस्वीरें और कलपुर्जे संजोए जाएंगे जो स्थानीय लोगों के साथ सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा.

एमडी एचआरटीसी रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि एचआरटीसी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया रहा है. निगम एचआरटीसी बसों की वीडियो और फोटो स्पर्धा आयोजित कर चुका है. इसी कड़ी में अब एचआरटीसी बस संग्रहालय बनाने जा रहा है. जिसमें 1974 से 2024 तक निगम के बेड़े में शामिल हुई हर प्रकार की बसों के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे. निगम ने बसों के मॉडल बनवाने शुरू कर दिए हैं. 6 तरह की बसों के मॉडल तैयार हो चुके हैं. अन्य पर काम जारी है. बस संग्रहालय में प्रदेश में बस सेवा की शुरूआत से लेकर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तक के सफर के मॉडल को दिखाया जाएगा.

वहीं, रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि एचआरटीसी 30 मई तक अपने सभी 31 यूनिट को प्रदेश में कैशलेस कर लेगा. पहले चरण में शिमला लोकल बसों को कैशलेस कर दिया गया है और वॉल्वो बसों को भी कैशलेस कर दिया गया है. दूसरे चरण में नाहन, सोलन, पालमपुर, सुंदरनगर, हमीरपुर, मंडी बिलासपुर, धर्मशाला, सरकाघाट, ऊना, बैजनाथ, धर्मपुर यूनिट को 30 अप्रैल तक कैशलेस बनाने का टारगेट है, जबकि अन्य यूनिट को 31 मई तक कैशलेस कर दिया जाएगा. इसके बाद एनसीएमसी कार्ड को भी शुरू करने का प्लान एचआरटीसी ने बना दिया है.

ये भी पढ़ें- कंगना रनौत ने मंडी में पिलाई चाय, 'नमो टी स्टॉल' पर उमड़ी भीड़ - Mandi News

शिमला: एचआरटीसी हिमाचल प्रदेश में यात्रा का मुख्य साधन है. इस साल एचआरटीसी अपने सफर के 50 वर्ष पूरे कर रहा है. जिसके उपलक्ष्य पर एचआरटीसी का स्वर्ण जयंती मना रहा है. 50 वर्षों के यादगार और संघर्षशील यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) शिमला एमडी कार्यालय में बस संग्रहालय बनाने जा रहा है. जिसमें अब तक के बसों के मॉडल, पुरानी टिकटें, बसों की पुरानी तस्वीरें और कलपुर्जे संजोए जाएंगे जो स्थानीय लोगों के साथ सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा.

एमडी एचआरटीसी रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि एचआरटीसी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया रहा है. निगम एचआरटीसी बसों की वीडियो और फोटो स्पर्धा आयोजित कर चुका है. इसी कड़ी में अब एचआरटीसी बस संग्रहालय बनाने जा रहा है. जिसमें 1974 से 2024 तक निगम के बेड़े में शामिल हुई हर प्रकार की बसों के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे. निगम ने बसों के मॉडल बनवाने शुरू कर दिए हैं. 6 तरह की बसों के मॉडल तैयार हो चुके हैं. अन्य पर काम जारी है. बस संग्रहालय में प्रदेश में बस सेवा की शुरूआत से लेकर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तक के सफर के मॉडल को दिखाया जाएगा.

वहीं, रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि एचआरटीसी 30 मई तक अपने सभी 31 यूनिट को प्रदेश में कैशलेस कर लेगा. पहले चरण में शिमला लोकल बसों को कैशलेस कर दिया गया है और वॉल्वो बसों को भी कैशलेस कर दिया गया है. दूसरे चरण में नाहन, सोलन, पालमपुर, सुंदरनगर, हमीरपुर, मंडी बिलासपुर, धर्मशाला, सरकाघाट, ऊना, बैजनाथ, धर्मपुर यूनिट को 30 अप्रैल तक कैशलेस बनाने का टारगेट है, जबकि अन्य यूनिट को 31 मई तक कैशलेस कर दिया जाएगा. इसके बाद एनसीएमसी कार्ड को भी शुरू करने का प्लान एचआरटीसी ने बना दिया है.

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