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यदि ऐसे की पाइनएप्पल की खेती,तो हो जाएंगे मालामाल, जानिए बेहद जरूरी टिप्स - How to cultivate pineapple

How To Cultivate Pineapple छत्तीसगढ़ के किसान गर्मी के मौसम में अनानास की खेती कर सकते हैं. बस इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है. क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही अनानास की खेती में भारी पड़ सकती है.

How To Cultivate Pineapple
ऐसे करें पाइनएप्पल की खेती, कमाएं तगड़ा मुनाफा
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 23, 2024, 6:56 AM IST

पाइनएप्पल की खेती से जुड़ी जरुरी टिप्स

रायपुर : गर्मी का मौसम शुरु होने वाला है. ऐसे में मीठे फलों का बाजार गर्म होगा. साथ ही साथ रिफ्रेश करने वाले फलों की मार्केट में भरमार होगी.ऐसा ही एक फल अनानास है.जिसे हम पाइनएप्पल के नाम से भी जानते हैं. इन दिनों पाइनएप्पल की खेती छत्तीसगढ़ के किसान भी कर रहे हैं.ऐसे में किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए,ताकि फसल की अच्छी पैदावार हो सके.

छत्तीसगढ़ में अनानास की खेती के लिए मौसम अनुकूल : छत्तीसगढ़ के किसान अनानास की खेती अंतरवर्तीय फसल के रूप में भी कर सकते हैं.किसान अनानास की खेती आम, अमरूद और नींबू जैसे बड़े उद्यानों में भी कर सकते हैं. किसानों के लिए छत्तीसगढ़ का मौसम अनानास उगाने के लिए उपयुक्त है. भारत के नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में किसान अनानास की खेती भरपूर मात्रा में करते हैं.लेकिन अब छत्तीसगढ़ के किसानों ने भी अपनी मेहनत से अनानास की खेती की है.



किन तरीकों से करें अनानास की खेती ?: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम दास साहू के मुताबिक किसान अनानास की खेती छत्तीसगढ़ में अच्छे से कर सकते हैं. अनानास की खेती के लिए तीन विधियां हैं. जिसमें स्लिप के माध्यम से, शकर के माध्यम से और क्राउन के माध्यम से भी अनानास की खेती की जा सकती है. नॉर्थ ईस्ट और सिलीगुड़ी से पौध मंगाकर भी अनानास की खेती की जा सकती है.

अनानास की खेती में किन बातों का रखें ध्यान ? : अनानास की खेती करते समय किसानों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा.जैसे जहां पर पानी ना रुके उन जगहों पर अनानास लगाएं. इसके साथ ही ऐसे जमीन का चयन करना है,जहां पर फफूंद जनित बीमारियां न हो. जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन हैं, वो अक्टूबर नवंबर और फरवरी के महीने में अनानास की खेती कर सकते हैं. जिनके पास सिंचाई के साधन नहीं है वो जुलाई माह में खेती कर सकते हैं.

''अनानास में औषधीय गुण होता है. अनानास के किस्मों में पूरे भारतवर्ष में दो से तीन किस्म मिलते हैं. जिसमें क्यू और क्वीन किस्म हैं. अनानास की खेती नीलगिरी, केला और पपीता के बागान में भी आसानी की जा सकती है. वन औषधि और फल उद्यान के बीच में अनानास की खेती सहज तरीके से किसान कर सकते है." डॉ घनश्याम दास वरिष्ठ, कृषि वैज्ञानिक, IGKVV

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर घनश्याम दास साहू ने बताया कि अनानास 12 वें महीने से लेकर 14 वें महीने तक उत्पादन देना शुरु कर देता है. अनानास की एक सबसे बड़ी खासियत होती है इसमें एंजाइम पाया जाता है जो पेट जनित बीमारियों के लिए काफी फायदेमंद है.

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पाइनएप्पल की खेती से जुड़ी जरुरी टिप्स

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छत्तीसगढ़ में अनानास की खेती के लिए मौसम अनुकूल : छत्तीसगढ़ के किसान अनानास की खेती अंतरवर्तीय फसल के रूप में भी कर सकते हैं.किसान अनानास की खेती आम, अमरूद और नींबू जैसे बड़े उद्यानों में भी कर सकते हैं. किसानों के लिए छत्तीसगढ़ का मौसम अनानास उगाने के लिए उपयुक्त है. भारत के नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में किसान अनानास की खेती भरपूर मात्रा में करते हैं.लेकिन अब छत्तीसगढ़ के किसानों ने भी अपनी मेहनत से अनानास की खेती की है.



किन तरीकों से करें अनानास की खेती ?: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम दास साहू के मुताबिक किसान अनानास की खेती छत्तीसगढ़ में अच्छे से कर सकते हैं. अनानास की खेती के लिए तीन विधियां हैं. जिसमें स्लिप के माध्यम से, शकर के माध्यम से और क्राउन के माध्यम से भी अनानास की खेती की जा सकती है. नॉर्थ ईस्ट और सिलीगुड़ी से पौध मंगाकर भी अनानास की खेती की जा सकती है.

अनानास की खेती में किन बातों का रखें ध्यान ? : अनानास की खेती करते समय किसानों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा.जैसे जहां पर पानी ना रुके उन जगहों पर अनानास लगाएं. इसके साथ ही ऐसे जमीन का चयन करना है,जहां पर फफूंद जनित बीमारियां न हो. जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन हैं, वो अक्टूबर नवंबर और फरवरी के महीने में अनानास की खेती कर सकते हैं. जिनके पास सिंचाई के साधन नहीं है वो जुलाई माह में खेती कर सकते हैं.

''अनानास में औषधीय गुण होता है. अनानास के किस्मों में पूरे भारतवर्ष में दो से तीन किस्म मिलते हैं. जिसमें क्यू और क्वीन किस्म हैं. अनानास की खेती नीलगिरी, केला और पपीता के बागान में भी आसानी की जा सकती है. वन औषधि और फल उद्यान के बीच में अनानास की खेती सहज तरीके से किसान कर सकते है." डॉ घनश्याम दास वरिष्ठ, कृषि वैज्ञानिक, IGKVV

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर घनश्याम दास साहू ने बताया कि अनानास 12 वें महीने से लेकर 14 वें महीने तक उत्पादन देना शुरु कर देता है. अनानास की एक सबसे बड़ी खासियत होती है इसमें एंजाइम पाया जाता है जो पेट जनित बीमारियों के लिए काफी फायदेमंद है.

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