प्रयागराज: सीएमओ द्वारा शिकायत के आधार कई हॉस्पिटल का स्थलीय निरीक्षण किया गया. निरीक्षण किये जाने पर अस्पताल के पास सीएमओ ने पंजीकरण प्रमाण-पत्र न होने साथ ही अस्पताल में कई डॉक्टर और स्टाफ नहीं दिखे. जिसके चलते कई हॉस्पिटल को सील कर दिया गया. इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. टीम के द्वारा छापेमारी के दौरान कहीं पर पर्याप्त मात्रा में बेड नहीं थे, तो कहीं पर डॉक्टरों की कमी थी.
कहीं पर तो गंभीर बीमारियां संबंधित कोई भी उपकरण या दवाइयां मौजूद नहीं थी. जिसके चलते बड़ी कार्रवाई की गई है. कार्रवाई के डर से आसपास के लोग अस्पताल को बंद कर कर फरार हो गए. फिलहाल, उनके खुलने पर इन पर भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
सीएमओ की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक एन्जल केयर ईशू हास्पिटल की शिकायत मिलने पर टीम को निरीक्षण के लिए भेजा गया था. कमी मिलने पर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया. साथ में आईजी पोर्टल पर की गयी शिकायत के आधार पर कृतिका पैथोलॉजी का निरीक्षण किया गया.
निरीक्षण के दौरान आस-पास पूछताछ में पता चला, कि कृतिका पैथ लैब पिछले कुछ दिनों से बंद है. पैथोलॉजी का पंजीकरण निरस्त कर दिया गया. इसके बाद सीएमओ की टीम द्वार पटेल नगर के एक भवन में संचालित क्लीनिक हॉस्पिटल जिसपर 10-12 बेड पड़े हुए थे, पर्याप्त मात्रा में औषधि रखी गयी थी. बी.पी. इन्स्ट्रमन्ट 91 इन्जेक्शन लगाने की दवा पायी गयी. लेकिन, मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का पंजीकरण प्रमाण-पत्र न होने के कारण अस्पताल को सील कर दिया गया. इस तरह से सीएमओ के आदेश पर और भी अस्पताल सील कर दिये गये है. आसपास के इलाकों में कई पैथोलॉजी अस्पताल में कर्मचारी ताला लगाकर फरार हो गए हैं.
यह भी पढ़े-हापुड़ में झोलाछाप डॉक्टर ने ली नवजात की जान, परिजनों के हंगामे के बाद अस्पताल सील