रोहतक: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सिरसा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा का रविवार को शहर में एक सामाजिक कार्यक्रम में आमना-सामना हुआ. लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से नजर तक नहीं मिलाई. हरियाणा में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद यह पहली बार ऐसा मौका था, जब दोनों नेता किसी सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. मौका था पीजीआईएमएस रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ध्रुव चौधरी व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल रोहित चौधरी की माता कमला चौधरी की शोक सभा का, जिसमें दोनों ने एक दूसरे को अनदेखा किया.
दोपहर के समय शोकसभा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा शरीक हुए. कुछ ही देर बाद ही कुमारी शैलजा भी वहां पहुंच गईं. इस दौरान दोनों ही नेता एक-दूसरे से कुछ ही दूरी पर बैठे, लेकिन किसी भी तरह की नजर उन्होंने नहीं मिलाई. कुमारी शैलजा तो इस दौरान कर्नल रोहित चौधरी से बातचीत करती रहीं, जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुपचाप कुर्सी पर बैठे रहे. शोक सभा संपन्न होने के बाद दोनों ही नेता बाहर निकले, तब भी कोई बातचीत नहीं हुई.
चुनाव से पहले हुआ था टकराव : गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी 48 विधानसभा सीट जीतकर तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच टकराव देखने को मिला था. पहले टिकट वितरण को लेकर और फिर कुमारी शैलजा के खिलाफ टिप्पणी को लेकर. इसी वजह से कुमारी सैलजा कई दिन तक चुनाव प्रचार से भी दूर रही थीं. बाद में असंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली में पहुंची थीं. फिर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को भी लेकर भी हुड्डा और कुमारी शैलजा के बयान आते रहे.
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