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पोलिंग बूथ वाले स्कूलों में 18 अप्रैल को अवकाश, कलेक्टर ने जारी किए आदेश - Lok Sabha Elections 2024

Lok Sabha Elections 2024, लोकसभा चुनाव 2024 के तहत जयपुर में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. ऐसे में जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन स्कूलों में 18 अप्रैल को अवकाश घोषित किया है, जहां वोटिंग होनी है.

Lok Sabha Elections 2024
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 14, 2024, 7:58 PM IST

जयपुर. जिले में लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मतदान दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था. इसी क्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने एक आदेश जारी कर जिन विद्यालयों को मतदान केंद्र बनाया गया है, उन विद्यालयों में मतदान दिवस के एक दिन पहले 18 अप्रैल को स्थानीय अवकाश घोषित किया है. उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीलिमा तक्षक ने बताया कि लोकसभा चुनाव के तहत पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल व दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है. जयपुर की दोनों लोकसभा सीट जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा. ऐसे में जिले के सभी विद्यालय, जहां मतदान केंद्र बने हैं, उन विद्यालयों में मतदान संबंधी कार्यों के लिए 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है.

उन्होंने बताया कि जयपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल हवामहल, विघाधर नगर, सिविल लाइन्स, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर, सांगानेर और बगरू विधानसभा क्षेत्र और जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में शामिल कोटपूतली, विराटनगर, शाहपुरा, फुलेरा, झोटवाड़ा, आमेर और जमवारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जिन स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं, वहां जिला निर्वाचन अधिकारी ने 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इसके अलावा दौसा लोकसभा क्षेत्र में शामिल बस्सी और चाकसू विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ सीकर लोकसभा क्षेत्र में शामिल चौमूं विधानसभा के उन सभी विद्यालयों में गुरुवार 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, जहां मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

इसे भी पढ़ें - प्रियंका गांधी बोलीं- चुनावी सभाओं में जमकर झूठ बोल रहे पीएम, नहीं करते महंगाई और आम आदमी की बात - Lok Sabha Elections 2024

नीलिमा तक्षक ने बताया कि अजमेर लोकसभा क्षेत्र में शामिल जयपुर की दूदू विधानसभा के उन सभी विद्यालयों में गुरुवार, 25 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, जहां मतदान केंद्र बनाया गया है. अजमेर लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होंगे.

चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने को आवेदन : जयपुर जिले की दो सीट जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है और इसके लिए करीब 35 हजार कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है. चुनाव नजदीक आने के बावजूद सैकड़ों कर्मचारी ऐसे हैं, जो चुनावी ड्यूटी से जी चुरा रहे हैं और चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने में लगे हैं. जिला परिषद में प्रतिदिन 200 से ज्यादा आवेदन चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने के आ रहे हैं.

डिजायर के साथ ड्यूटी कैंसिल कराने आ रहे कर्मचारी : चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए आ रहे आवेदन पत्रों के निस्तारण का जिम्मा जिला परिषद की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता यादव को दिया गया है. यही कारण है कि सैकड़ों कर्मचारी प्रतिदिन चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए जिला परिषद के चक्कर लगा रहे हैं. चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी मुख्यमंत्री कार्यालय और उच्च अधिकारियों से सिफारिश करा रहे हैं तो कोई विधायक के लेटर हेड पर डिजायर लिखकर ला रहे हैं, ताकि उनकी चुनावी ड्यूटी कैंसिल हो सके. इन सिफारिशों से जिला प्रशासन पर भी चुनावी ड्यूटी कैंसिल करने का दबाव बन रहा है.

इसे भी पढ़ें - परवेश वर्मा ने हनुमान बेनीवाल को बताया नागौर का राहुल गांधी, कहा- आरक्षण का विरोधी क्या करेगा काम - Lok Sabha Elections 2024

रोज आ रहे 200 से ज्यादा आवेदन : जिला परिषद में चुनावी ड्यूटी कटवाने के लिए आने वाले कर्मचारियों की भीड़ हर समय मौजूद रहती है. एसीईओ सुनीता यादव ने बताया कि रतिदिन 200 से ढाई सौ एप्लीकेशन चुनावी ड्यूटी कैंसिल करने की आ रही हैं. फिलहाल मेडिकल प्रॉब्लम के कारण ही चुनाव ड्यूटी कैंसिल हो रही है. मेडिकल इश्यू से संबंधित प्रतिदिन 30 से 35 एप्लीकेशन आ रही है.

बेटे बन रहे श्रवण कुमार : चुनावी ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी श्रवण कुमार बन रहे हैं. चुनाव ड्यूटी आने के बाद सरकारी कर्मचारी कारण बता रहे हैं कि उनके माता-पिता बुजुर्ग हैं और उनकी सेवा करने वाला कोई नहीं है. वो अकेले ही है. इसलिए उनकी चुनाव की ड्यूटी कैंसिल की जाए. इसी तरह से महिलाएं अपने बुजुर्ग सास-ससुर का बहाना बनाकर चुनावी ड्यूटी से कन्नी काट रही है. उनका कहना है कि उनके सास-ससुर बुजुर्ग हैं और उनकी दवाइयां चल रही है. उनकी सेवा करने वाला भी उनके अलावा कोई नहीं है.

जयपुर. जिले में लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मतदान दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था. इसी क्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने एक आदेश जारी कर जिन विद्यालयों को मतदान केंद्र बनाया गया है, उन विद्यालयों में मतदान दिवस के एक दिन पहले 18 अप्रैल को स्थानीय अवकाश घोषित किया है. उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीलिमा तक्षक ने बताया कि लोकसभा चुनाव के तहत पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल व दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है. जयपुर की दोनों लोकसभा सीट जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा. ऐसे में जिले के सभी विद्यालय, जहां मतदान केंद्र बने हैं, उन विद्यालयों में मतदान संबंधी कार्यों के लिए 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है.

उन्होंने बताया कि जयपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल हवामहल, विघाधर नगर, सिविल लाइन्स, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर, सांगानेर और बगरू विधानसभा क्षेत्र और जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में शामिल कोटपूतली, विराटनगर, शाहपुरा, फुलेरा, झोटवाड़ा, आमेर और जमवारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जिन स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं, वहां जिला निर्वाचन अधिकारी ने 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इसके अलावा दौसा लोकसभा क्षेत्र में शामिल बस्सी और चाकसू विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ सीकर लोकसभा क्षेत्र में शामिल चौमूं विधानसभा के उन सभी विद्यालयों में गुरुवार 18 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, जहां मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

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नीलिमा तक्षक ने बताया कि अजमेर लोकसभा क्षेत्र में शामिल जयपुर की दूदू विधानसभा के उन सभी विद्यालयों में गुरुवार, 25 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, जहां मतदान केंद्र बनाया गया है. अजमेर लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होंगे.

चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने को आवेदन : जयपुर जिले की दो सीट जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है और इसके लिए करीब 35 हजार कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है. चुनाव नजदीक आने के बावजूद सैकड़ों कर्मचारी ऐसे हैं, जो चुनावी ड्यूटी से जी चुरा रहे हैं और चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने में लगे हैं. जिला परिषद में प्रतिदिन 200 से ज्यादा आवेदन चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने के आ रहे हैं.

डिजायर के साथ ड्यूटी कैंसिल कराने आ रहे कर्मचारी : चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए आ रहे आवेदन पत्रों के निस्तारण का जिम्मा जिला परिषद की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता यादव को दिया गया है. यही कारण है कि सैकड़ों कर्मचारी प्रतिदिन चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए जिला परिषद के चक्कर लगा रहे हैं. चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी मुख्यमंत्री कार्यालय और उच्च अधिकारियों से सिफारिश करा रहे हैं तो कोई विधायक के लेटर हेड पर डिजायर लिखकर ला रहे हैं, ताकि उनकी चुनावी ड्यूटी कैंसिल हो सके. इन सिफारिशों से जिला प्रशासन पर भी चुनावी ड्यूटी कैंसिल करने का दबाव बन रहा है.

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रोज आ रहे 200 से ज्यादा आवेदन : जिला परिषद में चुनावी ड्यूटी कटवाने के लिए आने वाले कर्मचारियों की भीड़ हर समय मौजूद रहती है. एसीईओ सुनीता यादव ने बताया कि रतिदिन 200 से ढाई सौ एप्लीकेशन चुनावी ड्यूटी कैंसिल करने की आ रही हैं. फिलहाल मेडिकल प्रॉब्लम के कारण ही चुनाव ड्यूटी कैंसिल हो रही है. मेडिकल इश्यू से संबंधित प्रतिदिन 30 से 35 एप्लीकेशन आ रही है.

बेटे बन रहे श्रवण कुमार : चुनावी ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी श्रवण कुमार बन रहे हैं. चुनाव ड्यूटी आने के बाद सरकारी कर्मचारी कारण बता रहे हैं कि उनके माता-पिता बुजुर्ग हैं और उनकी सेवा करने वाला कोई नहीं है. वो अकेले ही है. इसलिए उनकी चुनाव की ड्यूटी कैंसिल की जाए. इसी तरह से महिलाएं अपने बुजुर्ग सास-ससुर का बहाना बनाकर चुनावी ड्यूटी से कन्नी काट रही है. उनका कहना है कि उनके सास-ससुर बुजुर्ग हैं और उनकी दवाइयां चल रही है. उनकी सेवा करने वाला भी उनके अलावा कोई नहीं है.

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