अजमेर: गंज थाना क्षेत्र के लोंगिया मोहल्ला में सोमवार रात को बच्चों के झगड़े में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया. इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पथराव हुआ. इसमें वाल्मीकि समाज के लोग घायल हो गए.समाज के लोगों का आरोप है कि उन पर एक पक्ष के लोगों ने तलवारों से हमला किया. इसके बाद मंगलवार को हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित पक्ष के लोग बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. साथ ही क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि अभी उस इलाके में शांति है, लेकिन लोगों में तनाव और दहशत कायम है. हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक कुमार से मुलाकात की.
विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री संजय तिवाड़ी ने बताया कि सोमवार रात लोंगिया बस्ती में रहने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों पर एक पक्ष के लोगों ने हमला किया. तिवाड़ी का आरोप है कि इनमें अवैध रूप से रह रहे घुसपैठिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या शामिल थे, इसलिए ऐसे लोगों का पता लगाकर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि शहर में कई बस्तियां अवैध रूप से बसी हुई हैं, जिसमें बांग्लादेशी और रोहिंग्यां मौजूद हैं.
विश्व हिंदू परिषद के संयोजक शशि प्रकाश इंदौरिया ने बताया कि लोंगिया क्षेत्र में पानी की टंकी के पास अवैध रूप से रह रहे लोगों ने घात लगाकर वाल्मीकि समाज पर हमला कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि अजमेर में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या रह रहे हैं. ये आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं. उन्होंने प्रशासन और पुलिस को चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस को बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई करनी चाहिए.
यह था मामला: सोमवार देर शाम को बच्चों के बीच कंचे खेलने को लेकर झगड़ा हुआ. इस दौरान बड़ों में कहासुनी हो गई और और मामला खूनी संघर्ष तक पहुंच गया. वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप था कि एक पक्ष के लोगों ने तलवार और लाठियां से हमला किया, जिसमें आधा दर्जन लोगों के चोटे आई है. इस मामले में गंज थाना पुलिस ने दो आरोपियों को तत्काल हिरासत में ले लिया था. पुलिस मामले को संवेदनशील मानते हुए जांच कर रही है.