नाहन: हाल ही में उत्तर प्रदेश के जलालाबाद से कथित पशु कुर्बानी की फोटो व्हाट्सएप पर अपलोड कर वायरल करने का मामला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा. इस मामले में आरोपी जावेद को जिला शामली पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
आरोपी दुकानदार नाहन के छोटा चौक बाजार में कपड़े की दुकान करता था. इस मामले में बुधवार को देवभूमि सनातन संस्कृति संरक्षण मंच के बैनर तले बड़ा चौक बाजार में हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में हिंदू संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों व लोगों ने हिस्सा लिया.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी इस महापंचायत में विशेष रूप से शामिल हुए. महापंचायत के बाद दोपहर को काफी संख्या में लोगों ने बड़ा चौक बाजार से डीसी कार्यालय तक रैली निकाली और डीसी को ज्ञापन सौंप आरोपी जावेद के साथ-साथ इस मामले में जुड़े अन्य विषयों पर कार्रवाई की मांग की.
महापंचायत को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा आपत्तिजनक तस्वीरों को अपलोड करना ही वास्तविक दोष है. इस सब के लिए उक्त व्यक्ति ही दोषी है, जिसने यह कृत्य किया लेकिन सिरमौर के नाहन का प्रशासन इस मामले की लीपापोती करते हुए सब तरफ लपेटने का प्रयास कर रहा है.
प्रशासन इस तरह से मामले को प्रदर्शित करने का प्रयास कर रहा है कि एक ने भी गलती की है और दूसरे ने भी गलती की है. प्रशासन का यह रवैया बहुत गलत है. उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों को वायरल किया उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
बिंदल ने कहा उन्होंने प्रशासन का भी वीडियो सुना है, जिसमें आरोपी को बार-बार बचाने की कोशिश की गई. प्रशासन का कहना था कि उक्त व्यक्ति ने यहां पर गलत काम नहीं किया, लेकिन प्रशासन को क्या यह दिखता नहीं है कि नाहन के अंदर फोटो वायरल हुआ है, तो उसके लिए कौन जिम्मेदार है अगर आरोपी यहां का वातावरण खराब कर रहा है, तो वह यहीं के लिए दोषी है, न की उत्तर प्रदेश के लिए दोषी है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर दबाव में काम करने का भी आरोप लगाया.
हिंदू समाज के लोगों से आग्रह किया है कि वह इस मुद्दे पर शांति बनाए रखें और कानून के मुताबिक ही काम करना है. यदि कोई दूसरे संप्रदाय का व्यक्ति भी गलत बात करता है, तो उसकी भी शिकायत प्रशासन से ही करें.
देवभूमि सनातन संस्कृति संरक्षण मंच के संयोजक शिव कुमार गर्ग ने कहा कि कुछ दिनों से शहर के आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का जो प्रयास किया गया है. उसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर महापंचायत के बाद डीसी को ज्ञापन दिया गया है. उन्होंने बताया कि 18 जून की घटना और उस पर पुलिस प्रशासन द्वारा यह बयान देना कि आरोपी जावेद ने उक्त घटना को उत्तर प्रदेश में अंजाम दिया इसलिए उस पर नाहन में कोई केस नहीं किया जा सकता.
इन सभी बातों ने हिंदू समाज को उत्तेजित करने का काम किया और 19 जून को सड़कों पर उतरना पड़ा. कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं भी हुई. डीसी से मांग की गई है कि इस सारी घटना को लेकर आरोपी जावेद के सम्पर्क में जो-जो व्यक्ति रहे, उन सभी की जांच की जाए ताकि इस सारे षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सके.
पूरे मामले की जांच कर संबंधित लोगों के नाम जनता के सामने लाए जाएं. इसके साथ-साथ हिंदू समाज व व्यापारियों पर दर्ज हुए केस को निरस्त किया जाए.
बता दें कि आरोपी जावेद नाहन में कपड़े की दुकान करता था, जिसने अपने पैतृक गांव जलालाबाद में जाकर कथित पशु की कुर्बानी की फोटो वायरल की, जिसके बाद नाहन में जमकर बवाल बचा. इस पर आरोपी के खिलाफ जिला शामली व नाहन में धार्मिक भावनाओं को लेकर केस भी दर्ज किए गए हैं साथ ही आरोपी की दुकान में तोड़फोड़ करने के मामले में प्रदर्शनकारियों पर भी केस दर्ज किया गया है.
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