धनबाद: शहर के सरायढेला कोयला नगर नेहरू कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में चुनावी सभा में असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उन्होंने धनबाद विधानसभा के प्रत्याशी राज सिन्हा के लिए वोट मांगा. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए.
हिमंता बिस्वा सरमा ने मंच से कहा कि हम लोग नहीं चाहते हैं कि झारखंड घुसपैठियों का अड्डा ना बने, इसलिए हमें इन सारे घुसपैठियों को चुन चुनकर बाहर निकलना पड़ेगा. हमारे भारत देश में स्वाधीनता के समय, जो ज्यादातर मुसलमान थे, वे लोग पाकिस्तान चले गए. हमारे देश में हिंदू ज्यादा हैं, लेकिन हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र नहीं बनाकर सेकुलर कंट्री बनाया. हमने यह नहीं बोला था कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदू समाज और हिंदू सभ्यता को खत्म कर दिया जाएगा.
हिमंता ने कहा कि जामताड़ा और पाकुड़ में स्कूल शुक्रवार को बंद होते हैं. नमाज पढ़ने के लिए यह स्कूलों को बंद किया जाता है. अगर हेमंत सोरेन नमाज पढ़ने के लिए शुक्रवार को स्कूल बंद करते हैं तो मंगलवार को भी हनुमान जी के मंदिर जाने के लिए स्कूल बंद होने चाहिए. अगर हेमंत सोरेन को रविवार पसंद नहीं है तो हमें भी शुक्रवार पसंद नहीं है. अगर नमाज के लिए विधानसभा में रूल बनाते हैं तो हमें भी हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए इजाजत देनी पड़ेगी.
हिमंता ने दावा किया कि झारखंड में 12 जगह पर हिंदुओं पर अत्याचार किया है, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया. यह सरकार रामनवमी का जुलूस बंद करती है और दुर्गा मां का विसर्जन भी बंद करती है. उन्होंने कहा कि 5 हजार साल से हमारा हिंदू रामनवमी का जुलूस निकालते हैं और इसे कभी बंद नहीं कर सकते हैं. हिमंता ने आलमगीर आलम के घर से 35 करोड़ रुपए बरामद होने और उनकी पत्नी के चुनाव लड़ने पर भी तंज किया.
ये भी पढ़ें:
Jharkhand Election 2024: घुसपैठिए आदिवासी को नहीं छोड़ रहे तो मंडल और यादव को छोड़ेंगे क्या- हिमंता