शिमला: मानसून सीजन खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. सितंबर माह से मानसून लौटना शुरू करेगा, लेकिन इससे पहले एक बार मानसून रफ्तार पकड़ चुका है. हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से मौसम लगातार खराब बना हुआ है. प्रदेश के कई हिस्सों में सोमवार को भी बारिश देखने को मिली है. वहीं, बारालाचा, कुंजुम पास, रोहतांग दर्रा, शिंकुला सहित कई चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई है.
मौसम विभाग ने किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा को छोड़कर अन्य जिलों में 20 अगस्त से लेकर 22 अगस्त तक कई जिलों में भारी बारिश, लैंडस्लाइड, बाढ़ और फ्लैश फ्लड को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग की ओर से जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक बारिश के कारण नदी, नाले उफान पर रह सकते हैं.
कांगड़ा में सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 20 अगस्त को सबसे अधिक बारिश कांगड़ा में 39.9, मंडी में 37 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि सबसे कम बारिश लाहौल स्पीति में दर्ज की गई है, जबकि बीते स्पताह में कांगड़ा में सबसे अधिक 241.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. बारिश के कारण प्रदेश में तापमान सामान्य बना हुआ है. इसके कारण लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है. सबसे अधिक तापमान ऊना में दर्ज किया गया है. वहीं, शिमला में 20 डिग्री, सुंदरनगर में 26, केलंग में 23 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.
कई सड़कें हुई बंद
बता दें कि वहीं, प्रदेश में 107 सड़कों पर यातायात बाधित हुआ. इनमें शिमला में 48, मंडी और कुल्लू में 24-24 सड़कें बाधित हैं. कई क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली सेबा भी बाधित हैं. सोमवार को प्रदेश में 146 सड़कों पर यातायात ठप रहा. इसके अतिरिक्त 301 बिजली ट्रांसफार्मर और 20 जल आपूति योजनाएं ठप चल रही हैं. सबसे ज्यादा सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर शिमला, कुल्लू, मंडी जिले में प्रभावित हुई थी.
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