शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार योजना 2024 की अधिसूचना सरकार की ओर से जारी कर दी गई है. ये नई योजना शिक्षकों को पुरस्कृत करने की 2018 की योजना का स्थान लेगी. नई योजना में कुल 30 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. इसमें सामान्य श्रेणी क्षेत्रों के तहत 15 और जनजातीय एवं दुर्गम क्षेत्रों के 9 शिक्षकों को पुरस्कार मिलेगा.
वहीं. फ्लैगशिप योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और इनोवशन को बढ़ावा देने के लिए छह विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे. सेवानिवृत्त शिक्षक इसके लिए पात्र नहीं होंगे. हालांकि, 31 मार्च तक सेवाएं देने वाले शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकेंगे. इसकी वजह है कि पुरस्कार के लिए कट ऑफ डेट भी 31 मार्च तय की गई है.
पुरस्कार के लिए ये पात्रता: राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए शिक्षकों की पांच साल तक की सेवाएं (अनुबंध या नियमित) अनिवार्य होंगी. वहीं, मुख्य अध्यापक एवं प्रधानाचार्यों के लिए 5 साल के प्रशासनिक अनुभव को पात्र माना जाएगा. राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 50 फीसदी समय तक सेवाएं देने वाले शिक्षक पात्र होंगे. मुख्य अध्यापकों और प्रधानाचार्यों को छोड़कर प्रशासनिक स्तर पर सेवाएं देने वालों, प्रशिक्षण कॉलेज में सेवाएं देने वालों को यह सम्मान नहीं मिलेगा.
विशेष पुरस्कार की श्रेणी के तहत डाइट, एससीईआरटी, एसएसए और आरएमएसए में तैनात शिक्षकों को पुरस्कार दिया जा सकेगा. शिक्षा विभाग में गैर शिक्षक कार्य संभाल रहे सभी शिक्षक इसके लिए मान्य नहीं होंगे. जिन शिक्षकों के पिछले पांच सालों की एसीआर गुड ग्रेड से नीचे है, उन्हें भी यह पुरस्कार नहीं मिलेंगे.
बेहतर परीक्षा परिणाम पर मिलेगा पुरस्कार: नई पुरस्कार योजना के तहत शिक्षकों को पुरस्कार उनके बेहतरीन शैक्षणिक कार्यों को देखकर ही दिया जाएगा. शिक्षकों को बोर्ड वाली कक्षाओं में कम से कम 75 फीसदी रिजल्ट हर साल देना अनिवार्य होगा. वहीं, मुख्य अध्यापकों और प्रधानाचार्यों के लिए भी 75 फीसदी रिजल्ट लाना जरूरी होगा. ऐसा शिक्षक, जिनको सीसीए रूल्स 14/16 के तहत दंडित किया गया हो, उनको भी यह पुरस्कार नहीं मिलेगा.
राज्य स्कूल शिक्षा पुरस्कार के लिए 30 जुलाई तक जिला उपनिदेशकों के माध्यम से आवेदन किए जा सकेंगे. पुरस्कार के लिए शिक्षक अपना नाम खुद दे सकते हैं. इसके अलावा स्कूल का मुखिया, कोई सहयोगी अध्यापक, कोई संस्था आदि भी किसी शिक्षक का नाम प्रस्तावित कर सकती है.
चयन के लिए यह प्रक्रिया, 5 सितंबर को मिलेगा पुरस्कार: शिक्षकों के आवेदन के बाद जिला स्तरीय कमेटी 5 अगस्त तक इन आवेदनों को वेरीफाई करेगी. जिला स्तरीय कमेटी को 7 अगस्त तक शिक्षकों का ब्यौरा प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में देना होगा. शिक्षा निदेशालय की ओर से गठित टीमें हर जिलों में आवेदकों की स्पाट वेरिफिकेशन करेंगी. इसी के आधार पर जिला कमेटियां शिक्षकों के नाम शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा. शिक्षा निदेशालय स्तर की कमेटी इनमें से शिक्षकों के नाम शार्ट लिस्ट कर राज्य स्तरीय कमेटी को भेजेगी.
इन शिक्षकों का इंटरव्यू और प्रेजेंटेशन इस राज्य स्तरीय कमेटी के सामने होगी. ये कमेटी राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन करेगी. चयनित इन शिक्षकों को 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर पुरस्कृत किया जाएगा. सरकार की इस नई पुरस्कार योजना का मकसद गुणात्मक शिक्षा, रचनात्मकता और इनोवेटिव योगदान जैसे बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करना है.