कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. जिसके चलते लाहौल स्पीति के पर्यटन स्थल सरचू में तापमान गिर गया है. इससे मनाली-लेह मार्ग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों समेत पर्यटन स्थल सरचू में भी पानी जमने लगा है. जिसके कारण यहां पर सुबह-शाम गाड़ियों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है.
कारोबार समेटने में जुटे कारोबारी
वहीं, सरचू में बढ़ती ठंड को देखकर लाहौल घाटी के पर्यटन कारोबारी भी सरचू में पर्यटन कारोबार समेटने में जुट गए हैं. लाहौल घाटी के लगभग 12 युवा जून माह से सरचू में टेंट लगाकर कैंपिंग करते हैं. जो कि अब सर्दियों में मौसम को देखते हुए सभी काम समेट रहे हैं. अब सरचू में बीआरओ का अस्थायी ट्रांजिट कैंप व दो तीन ढाबे अभी भी राहगीरों का सहारा बने हुए हैं. हालांकि मनाली-लेह मार्ग पर 15 सितंबर के बाद पर्यटकों की आवाजाही कम हुई है, लेकिन अभी भी 150-200 टूरिस्ट व्हीकल लेह आ जा रहे हैं.
लेह मार्ग के सरचू में पर्यटन कारोबार चलाने वाले गोल्डन ड्राप के संचालक विजय चंद ने बताया, "अब ठंड के कारण सरचू में पारा नीचे गिरने लगा है, साथ ही पानी भी जमना शुरू हो गया है. सभी कैंप साइट धीरे-धीरे सीजन की समाप्ति के साथ-साथ कैंपिंग साइट क्लोज कर रहे हैं." सरचू के पर्यटन कारोबारी दोरजे व टशी ने बताया कि सरचू में पर्यटन कारोबार ढलान पर आ गया है.
वहीं, एसपी लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया, "लेह मार्ग पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पारा लुढ़कने से पानी जमने लगा है और ठंड बढ़ गई है. सरचू से पुलिस ने अस्थायी चेकपोस्ट हटा ली है. इसलिए अब पर्यटक मौसम देखकर ही दर्रे को आरपार करें."