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हिमाचल विधानसभा में बूम बैरिकेड तोड़ने को लेकर मामला दर्ज, 28 फरवरी को हुआ था हंगामा - Shimla Police

HP Assembly Boom Barricade Break: हिमाचल विधानसभा में 28 फरवरी को बजट पारित करने से पहले ही विधानसभा परिसर के बाहर राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था. इस दौरान लोगों की भीड़ ने विधानसभा परिसर की प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया था और बूम बैरिगेट तोड़ दिए थे. पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है.

Case Registered on HP Assembly Boom Barricade Break
हिमाचल विधानसभा में बूम बैरिकेड तोड़ने पर मामला दर्ज
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 1, 2024, 9:48 AM IST

शिमला: 28 फरवरी को हिमाचल विधानसभा में बजट पारित होने से पहले विधानसभा परिसर में जमकर हंगामा हुआ था. 6 बागी विधायकों के शिमला वापस लौटने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां जमकर नारेबाजी की थी. इस दौरान उन्होंने जबरदस्ती विधानसभा परिसर में अंदर घुसने के लिए बूम बैरियर भी तोड़ दिए थे. जिसको देखते हुए उस समय विधानसभा परिसर और बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. इसके साथ ही विधानसभा को सील कर दिया गया था. इसी दौरान विधानसभा के गेट नंबर 10 पर राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने होकर नारेबाजी की थी और बूम बैरियर को तोड़ दिया है.

बूम बैरियर तोड़ने के मामले में केस दर्ज

विधानसभा परिसर के बूम बैरियर तोड़ने के मामले में शिमला पुलिस ने कड़ा संज्ञान लिया है. शिमला पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए धारा 3 पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट में मामला दर्ज किया. उसके बाद विधानसभा परिसर को पूरी तरह से सील कर दिया गया. विधानसभा के मुख्य गेट से चौड़ा मैदान से इजी चौक के रास्तों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा. किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि इस दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया गया था. इस बीच सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे और कोई भी अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए पुलिस ने पूरे विधानसभा परिसर को सील कर दिया था, लेकिन बावजूद इसके कुछ कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती विधानसभा परिसर में घुसते हुए नारेबाजी की थी और बूम बैरियर तोड़ दिया था.

सुरक्षा के बावजूद कार्यकर्ताओं ने किया जबरन हंगामा

विधानसभा में किसी तरह का कोई नुकसान न हो, इसके लिए एसपी शिमला संजीव गांधी खुद मौके पर आकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई. गौरतलब है कि 28 फरवरी को विधानसभा में बजट पारित होना था. विधानसभा के अंदर इस दौरान खूब हंगामा चल रहा था. विधानसभा परिसर के आसपास भी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे. उस वक्त सरकार गिरेगी या बचेगी इसी को लेकर चर्चाओं का दौर गर्म था. ऐसे में लोगों की भीड़ में भगदड़ न बचे किसी भी वजह से, इसके लेकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन बावजूद इसके कार्यकर्ता नहीं माने और जबरन हंगामा किया. इस दौरान कांग्रेस के बागी विधायक भी पंचकूला से शिमला पहुंचे. जिसके बाद माहौल और खराब हो गया और कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे.

'विधानसभा परिसर में काफी संख्या में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए थे. इस दौरान कुछ लोगों द्वारा विधानसभा परिसर की प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया. शिमला पुलिस द्वारा मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है.' - संजीव गांधी, एसपी शिमला

ये भी पढ़ें: सीएम सुक्खू और सुधीर शर्मा के समर्थकों के बीच झड़प, पुलिस ने किया बीच बचाव

शिमला: 28 फरवरी को हिमाचल विधानसभा में बजट पारित होने से पहले विधानसभा परिसर में जमकर हंगामा हुआ था. 6 बागी विधायकों के शिमला वापस लौटने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां जमकर नारेबाजी की थी. इस दौरान उन्होंने जबरदस्ती विधानसभा परिसर में अंदर घुसने के लिए बूम बैरियर भी तोड़ दिए थे. जिसको देखते हुए उस समय विधानसभा परिसर और बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. इसके साथ ही विधानसभा को सील कर दिया गया था. इसी दौरान विधानसभा के गेट नंबर 10 पर राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने होकर नारेबाजी की थी और बूम बैरियर को तोड़ दिया है.

बूम बैरियर तोड़ने के मामले में केस दर्ज

विधानसभा परिसर के बूम बैरियर तोड़ने के मामले में शिमला पुलिस ने कड़ा संज्ञान लिया है. शिमला पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए धारा 3 पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट में मामला दर्ज किया. उसके बाद विधानसभा परिसर को पूरी तरह से सील कर दिया गया. विधानसभा के मुख्य गेट से चौड़ा मैदान से इजी चौक के रास्तों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा. किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि इस दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया गया था. इस बीच सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे और कोई भी अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए पुलिस ने पूरे विधानसभा परिसर को सील कर दिया था, लेकिन बावजूद इसके कुछ कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती विधानसभा परिसर में घुसते हुए नारेबाजी की थी और बूम बैरियर तोड़ दिया था.

सुरक्षा के बावजूद कार्यकर्ताओं ने किया जबरन हंगामा

विधानसभा में किसी तरह का कोई नुकसान न हो, इसके लिए एसपी शिमला संजीव गांधी खुद मौके पर आकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई. गौरतलब है कि 28 फरवरी को विधानसभा में बजट पारित होना था. विधानसभा के अंदर इस दौरान खूब हंगामा चल रहा था. विधानसभा परिसर के आसपास भी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे. उस वक्त सरकार गिरेगी या बचेगी इसी को लेकर चर्चाओं का दौर गर्म था. ऐसे में लोगों की भीड़ में भगदड़ न बचे किसी भी वजह से, इसके लेकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन बावजूद इसके कार्यकर्ता नहीं माने और जबरन हंगामा किया. इस दौरान कांग्रेस के बागी विधायक भी पंचकूला से शिमला पहुंचे. जिसके बाद माहौल और खराब हो गया और कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे.

'विधानसभा परिसर में काफी संख्या में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए थे. इस दौरान कुछ लोगों द्वारा विधानसभा परिसर की प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया. शिमला पुलिस द्वारा मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है.' - संजीव गांधी, एसपी शिमला

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