शिमला: देश-प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव को लेकर शंखनाद हो चुका है. हर दल अपनी जीत और विपक्षी दल के हार का दावा कर रहा है. भला ऐसे में हिमाचल की राजनीति कैसे अछूती रह सकती है. यहां भी भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी जंग जारी है और हर कोई जीत की दावेदारी की जा रही है. बीते दिनों पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने 4 जून को केंद्र और हिमाचल में दोनों जगह सरकार बनाने का दावा किया तो वहीं, कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार करते हुए 4 जून की तारीख बीजेपी के चारों खाने चित्त होने की तय कर दी है.
बीते दिन सराज के थुनाग में आयोजित भाजपा के त्रिदेव सम्मेलन में पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में जीत का दम भरा था. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस और सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "हिमाचल प्रदेश की जनता 4 जून को एक नहीं, बल्कि दो सरकार चुनने जा रही है. ये मात्र लोकसभा की नहीं, बल्कि हिमाचल में भी नई सरकार चुनने का अवसर है.
वहीं, जयराम ठाकुर के जीत के दावे पर कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने निशाना साधा है. विक्रमादित्य ने कहा, "भाजपा दिल्ली और हिमाचल में सरकार बनाने का दावा कर रही है. जयराम ठाकुर मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखते रहे. 4 जून को बीजेपी चारों खाने चित्त होने वाली है. लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस भारी वोटों के अंतर से जीत का परचम लहराएगी".
गौरतलब है कि हिमाचल में 4 लोकसभा सीट और 6 विधानसभा सीट पर चुनाव होने हैं. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस अपनी जीत का परचम लहराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. वहीं, राज्यसभा चुनाव के बाद से प्रदेश में राजनीतिक हालात काफी बदल गए हैं. 6 कांग्रेस बागी और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है. वहीं, 6 कांग्रेस बागियों को भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाकर चुनावी दंगल में उतारा है.
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