हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चार सीट पर चुनाव और विधानसभा की छह सीटों पर उपचुनाव एक जून को होने हैं. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के अलावा सुजानपुर और बड़सर में विधानसभा के उपचुनाव भी होने हैं. ऐसे में हमीरपुर में ईटीवी भारत ने जनता की मूड भांपने की कोशिश की. साथ ही इस क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों के बारे में भी जनता का मिजाज जानने का प्रयास किया गया.
हमीरपुर की जनता जनार्दन के बीच सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और नशा से युवाओं की मुक्ति रहा. लोगों का कहाना है कि हमीरपुर राज्य का शिक्षा हब है. यहां के युवओं को पढ़ाई के बाद रोजगार का हक मिलना चाहिए. वहीं लोगों ने कहा कि आज के समय में हिमाचल के युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ती जा रही है और ये चीजे हमीरपुर के युवाओं में भी दिख रही है. युवा पीढ़ी को नशे की लत से छुटकारा दिलाना एक बड़ी चुनौती है. समय रहते इससे निजात नहीं दिलाई गई तो इसका प्रभाव आने वाली पीढ़ी पर भी दिखेगा.
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हमीरपुर से प्रत्याशी की जीत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में लोगों का मिला-जुला उत्तर सामने आया. सांसद के तौर पर ज्यादातर लोगों की पसंद अनुराग ठाकुर ही रहे. वहीं संसदीय क्षेत्र में होने वाले दो उपचुनाव सुजानपुर और बड़सर में जीत को लेकर लोगों ने कांग्रेस का नाम आगे रखा. राज्य की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर जनता में रोष भी दिखा. उनका मानना है कि ये चुनाव राज्य की जनता पर थोपे गए हैं. विधानसभा का उपचुनाव होना ही नहीं चाहिए था. ज्यादातर लोगों ने कहा कि बीजेपी राज्य की सत्ता पाने के लिए विधानसभा उपचुनाव की स्थिति उत्पन्न की है. बातचीत के दौरान लोगों का मानना था कि केंद्र में मोदी सरकार ठीक है तो राज्य में कांग्रेस की सरकार प्रदेश की जनता के लिए अच्छी है. जनता ने तो अपनी बात रख दी है. अब देखना होगा एक जून को परिणाम किसके पक्ष में रहता है. तब तक के लिए राजनीतिक पंडितों के बीच जीत हार को लेकर अटकलें यूं ही चलती रहेगी.
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