शिमला: सोचिये एक सड़क पर दोनों तरफ से ट्रैफिक चल रहा है. दो लेन की सड़क पर गाड़ियां रेंग रही हैं और ऊपर से खराब मौसम जाम की समस्या को और बढ़ा रहा है. ऐसे में अगर कोई जनप्रतिनिधि और सरकार का नुमाइंदा अपनी गाड़ी रॉन्ग साइड पर ले जाए. जिससे जनता को परेशानी होने लगे, तो क्या होगा ?
ऐसा ही कुछ गुरुवार को शिमला में हुआ. जहां सीजन की पहली बर्फबारी के बाद सड़कों पर गाड़ियां रेंगती हुई नजर आ रही थीं. इसी बीच सफेद रंग की एक सरकारी कार (HP07E0007) रॉन्ग साइड से आगे बढ़ने लगी. जिसके कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई. एक कार ने धीमे-धीमे चलते हुए ट्रैफिक पर ब्रेक लगा दिया. ये कार अर्की से विधायक और हिमाचल सरकार में मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की थी. जो उस वक्त कार में मौजूद थे.
सरकारी कार ने अपनी लेन से निकलकर रॉन्ग साइड का रुख किया तो भारी ट्रैफिक के बीच सड़क पर जाम लगना लाजमी था. कुछ देर बाद लोगों को परेशानी होने लगी तो कुछ लोग मुख्य संसदीय सचिव की कार के पास पहुंच गए. इस बीच एक शख्स ने मुख्य संसदीय सचिव और कार में उनके साथ मौजूद लोगों को खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया. संजय अवस्थी कार की बैक सीट पर बैठे हुए थे. वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस पूरे वाकये का वीडियो भी बना लिया. इस वीडियो में एक शख्स सीपीएस संजय अवस्थी और उनके ड्राइवर को गाड़ी रिवर्स लेकर अपनी लेन में चलने की हिदायत दे रहा है, क्योंकि उनकी वजह से बाकी लोगों को परेशानी हो रही है.
दरअसल हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर चल रहा है. बर्फबारी से जहां पर्यटकों के चेहरे खिले हैं और बागवान, किसानों को राहत है. वहीं बर्फबारी अपने साथ मुसीबतें लेकर भी आती है. सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है, जिसके कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है. इस मौसम में जगह-जगह जाम की स्थिति आम हो जाती है लेकिन इस स्थिति में कोई जनता द्वारा चुना गया नुमाइंदा ही लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दे तो सवाल उठना लाजमी है.
ये भी पढ़ें: राजेंद्र राणा ने CM को याद दिलाए वादे, पूछा- "कब मिलेगी युवाओं की नौकरी, सब्र टूट रहा है"