शिमला: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की वापसी को लेकर जारी असंजस पर कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने स्थिति स्पष्ट की है. मीडिया से बातचीत में संजय अवस्थी ने कहा कि वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर की पार्टी में वापसी को लेकर कोई विवाद नहीं हैं. इसके लिए पार्टी के कुछ नियम और कायदे हैं, जिसके तहत वापसी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.
उन्होंने कहा की गंगूराम मुसाफिर 20 अप्रैल को शिमला संसदीय क्षेत्र की बैठक में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने पार्टी में शामिल होने की बात रखी थी. जिसकी सिफारिश हमने हाई कमान को भेज दी है. अब इस मामले पर राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे फैसला लेंगे. ऐसे में मंजूरी मिलते ही गंगूराम मुसाफिर को विधिवत रूप से पार्टी में शामिल किया जाएगा.
शीशे के घर वाले दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते
संजय अवस्थी ने भाजपा को नसीहत दी कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों में पत्थर नहीं मारते. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा के पास कोई भी मुद्दा नहीं है. विपक्ष केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अपनी उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है.
संजय अवस्थी ने कहा कि पूर्व में पांच साल सत्ता में रही भाजपा की सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी. इसी कारण प्रदेश की जनता ने भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया है. उन्होंने कहा कि 15 महीने के कार्यकाल के दौरान जिस तरह की मानसिकता भाजपा ने दिखाई है, उससे भी लोगों में रोष है. जनता इस चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी. अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जनहित की योजनाएं और आत्मनिर्भर हिमाचल बनाने का जो संकल्प लिया है, उसको धरातल पर उतारा जाएगा.
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