शिमला: कांग्रेस से निष्कासित वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर की घर वापसी से पार्टी के लोग उत्साहित है. गंगूराम अपने कार्यकर्ताओं के साथ फिर से हाथ का साथ थामा. पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने गंगूराम के घर वापसी के फैसलों का स्वागत किया है.
क्यों किया गया था निष्कासित
गौरतलब है कि सिरमौर जिला के पच्छाद से संबंध रखने वाले गंगूराम मुसाफिर ने वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में पच्छाद से टिकट न मिलने पर कांग्रेस के खिलाफ आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था. जिस कारण इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दयाल प्यारी को हार का मुंह देखना पड़ा था. इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाते हुए भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप मात्र 3857 वोटों से जीत हासिल की थी.
अगर गंगूराम निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर इस चुनाव में नहीं उतरते तो परिणाम कांग्रेस के पक्ष में भी जा सकता था. कांग्रेस की दयाल प्यारी दयाल प्यारी को 28.25 फीसदी वोट मिले. वहीं आजाद प्रत्याशी पर चुनाव लड़ रहे गंगूराम मुसाफिर ने 21.46 फीसदी के साथ 12946 वोट प्राप्त कर तीसरे नबंर पर रहे थे. जिस कारण कांग्रेस से उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था.
घर वापसी पर जोरदार स्वागत
कांग्रेस भवन पहुंचने पर गंगूराम मुसाफिर का फूल-मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया. गंगूराम मुसाफिर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. यहां पर गंगू राम मुसाफिर शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए होने वाली बैठक में भाग लेंगे.
वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि वरिष्ठ नेता की कांग्रेस में वापसी से लोकसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती मिलेगी. गंगू राम मुसाफिर के साथ सैकड़ों कार्य करता भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में विनोद सुल्तानपुरी की भारी मतों से जीत होना निश्चित है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी में अन्य निष्कासित नेताओं की भी वापसी होगी. जिससे पार्टी को मजबूती मिलेगी. प्रतिभा सिंह ने दो लोकसभा सीट कांगड़ा और हमीरपुर सहित विधानसभा उपचुनाव के लिए भी जल्द प्रत्याशी उतारे जाने की बात कही है.