सोलन: हिमाचल प्रदेश में डीए और एरियर की मांग को लेकर कर्मचारियों द्वारा लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे है, जिसको लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष और रेणुका विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय कुमार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ मिलकर प्रदेश को सशक्त और आत्मनिर्भर बनना चाहती है. ताली दोनों से हाथ से बजती है, ऐसे में कर्मचारियों को सरकार का सहयोग करना चाहिए.
विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने कहा, "यदि कर्मचारियों के मामले में कटौती की गई है तो विधायकों और मंत्रियों के मामले में भी कटौती की जाती है. सरकार कर्मचारियों को साथ लेकर चल रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार कार्य कर रहे हैं. विधानसभा सत्र में इस बार विकास के मुद्दों को लेकर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी".
विनय कुमार ने कहा कि किस तरह से प्रदेश का विकास हो और प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत हो सके, इसको लेकर कार्य किया जा रहा है. कर्मचारी अधिकारी सरकार की रीड की हड्डी होते हैं. ऐसे में कर्मचारियों की हर मांग को सुनना और उसे समय-समय पर पूरा करना सरकार का कर्तव्य है. इसको लेकर सरकार और कर्मचारियों में आपसी तालमेल होना जरूरी है. प्रदेश अपने पैरों पर खड़ा हो, इसको लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है. इसलिए फिजूलखर्ची सरकार नहीं कर रही है. आने वाले समय में प्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा, जिसमें कर्मचारी भी अपना अहम योगदान निभाएंगे.
बता दें कि 15 अगस्त को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कर्मचारियों के डीए और एरियर को लेकर कोई घोषणा नहीं की, ऐसे में डीए और एरियर की आस लगाए कर्मचारियों की उम्मीद टूट गई. जिसके बाद से कर्मचारी डीए और एरियर को लेकर सरकार से नाराजगी जता रहे हैं. वहीं, कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी की नसीहत के बाद से कर्मचारी भड़क गए हैं और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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