कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में अब सेब सीजन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है. जिला कुल्लू के खेग्सू मंडी, बंदरोल, सहित अन्य मंडियों में अर्ली वैरायटी का सेब दस्तक दे रहा है. खेग्सू मंडी में मंगलवार को मौलिस अर्ली वैरायटी के सेब की खेप पहुंची. यह बहुत पुरानी वैरायटी का सेब हैं और यह सेब आनी के श्वाड़ से आया था. जैसे ही मंडी में सेब पहुंचा तो व्यापारी इससे खरीदने को उमड़ पड़े.
वही, इस सेब का रंग देख व्यापारियों ने इसे अच्छे दाम पर खरीदा. शुरू में 500 रुपये से बोली लगी जो 1300 रुपये तक जा रुकी. इससे बागवानों के चेहरे पर रौनक लौट आई. इससे पूर्व टाइडमैन, रेडजून, और गाला वैरायटी का सेब मंडी में दस्तक दे चुका है. प्रदेश के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से तीन चार किस्मों वाले सेब टाइडमेन, स्पर गाला, जेड 1 सेब मंडी में पहुंच रहे है. फल मंडी में बागवानों को उनकी फसल की गुणवत्ता के अनुसार दाम मिल रहे है.
टाइडमेन किस्म का सेब अब 1000 से 1200 तक और अर्ली किस्म का सेब ₹1500 रुपये प्रति बॉक्स तक बिक रहा है. जबकि नाशपाती के ₹2000 प्रति बॉक्स आए, जो ₹200 रुपये से लेकर ₹1200 तक पेटी बिकी. इस बार नाशपाती से भी अच्छी आय अर्जित हुई है. हालांकि, सेब का कारोबार अभी कम रहने के चलते व्यापारी अभी तक नहीं पहुंच पाए और बाहरी राज्य से छुटपुट व्यापारी कुल्लू जिला की मंडियों में पहुंच चुके हैं.
"इस साल महाराष्ट्र से अधिक व्यापारी कुल्लू आए हैं. वही, कुल्लू के बंदरोल मंडी में भी अर्ली वैरायटी के सेब ने दस्तक दे दी है. हालांकि, यहां पर अभी तक छिटपुट सेब आ रहा है. दो तीन दिन के बाद यहां पर सेब का कारोबार गति पकड़ेगा. जिला की मंडियों में सेब की अर्ली वैरायटी सहित गाला वैरायटी का सेब पहुंच रहा है. इसके बागवानों को अच्छे दाम भी मिल रहे हैं. बागवानों को अच्छे दाम मिले, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है":- शगुन सूद, सचिव, एपीएमसी कुल्लू लाहौल स्पीति.
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