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पलामू में मूसलाधार बारिश, निचले इलाके के घरों के भरा पानी, किसानों के खिले चेहरे - Rain in Palamu

Life affected by rain in Palamu. पलामू में मूसलाधार बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं. जोरदार बारिश के कारण निचले इलाके के घरों के पानी भर गया है.

Life affected by rain in Palamu
पलामू में बारिश से निचले इलाके में जल-जमाव (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 31, 2024, 12:52 PM IST

पलामू: पलामू में पिछले कुछ दिनों से बादल छाए हुए थे लेकिन बारिश नहीं हो रही थी. बुधवार अहले सुबह पलामू के मौसम का मिजाज बदल गया और कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई. सुबह के छह बजे से बारिश शुरू हुई जो समाचार लिखे जाने तक जा रही थी. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के निचले इलाकों में पानी भर जाने की सूचना है.

पलामू में बारिश से निचले इलाके में जल-जमाव (ईटीवी भारत)

पहाड़ी मोहल्ला, कुंड मोहल्ला, मुस्लिमनगर, हमीदगंज के कई घरों में बरसात का पानी भर गया है. जबकि रोड पर भी कई फीट तक पानी भरे हुए है. मूसलाधार बारिश के कारण पलामू का जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोगों को बाजार एवं कार्यालय जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

किसानों के चेहरे पर खुशी, कोयल नदी में भरा पानी

पालम में मूसलाधार बारिश के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी लौटी है. पलामू में मंगलवार तक जुलाई के महीने में औसत से 80 प्रतिशत तक कम बारिश हुई थी. कई इलाकों में धान का बिछड़े लगाया गया था लेकिन रोकने की शुरुआत नहीं हुई थी. बारिश के बाद किसान धान की रोकने की शुरुआत करेंगे. लगातार बारिश के बाद कोयल नदी में भी पानी भर गया है. हालांकि बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. पलामू के लेस्लीगंज के सुदेश्वर शर्मा ने बताया कि बारिश से राहत मिली है खेतों में धान रोपने की शुरुआत करने वाले हैं. पलामू में 51 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य रखा गया था मगर कई इलाकों में धान की रोपनी की शुरुआत नहीं हुई है.

कई इलाकों में बिजली का संकट, उमस से मिली राहत

बारिश के बाद कई लाखों में बिजली का संकट उत्पन्न हो गया है. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं. निगम क्षेत्र के मेदिनीनगर में पिछले 16 घंटे से भी अधिक समय से बिजली नहीं है. जबकि कई इलाकों में सुबह से ही बिजली गुल है. ग्रामीण इलाकों में मेंटेनेंस कार्य के लिए बिजली को काटा गया है.

ये भी पढ़ें- खराब मानसून से झारखंड के किसान निराश, अब तक 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश, रबी के साथ खरीफ की फसलों पर भी आफत - Effect of monsoon on agriculture

पलामू: पलामू में पिछले कुछ दिनों से बादल छाए हुए थे लेकिन बारिश नहीं हो रही थी. बुधवार अहले सुबह पलामू के मौसम का मिजाज बदल गया और कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई. सुबह के छह बजे से बारिश शुरू हुई जो समाचार लिखे जाने तक जा रही थी. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के निचले इलाकों में पानी भर जाने की सूचना है.

पलामू में बारिश से निचले इलाके में जल-जमाव (ईटीवी भारत)

पहाड़ी मोहल्ला, कुंड मोहल्ला, मुस्लिमनगर, हमीदगंज के कई घरों में बरसात का पानी भर गया है. जबकि रोड पर भी कई फीट तक पानी भरे हुए है. मूसलाधार बारिश के कारण पलामू का जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोगों को बाजार एवं कार्यालय जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

किसानों के चेहरे पर खुशी, कोयल नदी में भरा पानी

पालम में मूसलाधार बारिश के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी लौटी है. पलामू में मंगलवार तक जुलाई के महीने में औसत से 80 प्रतिशत तक कम बारिश हुई थी. कई इलाकों में धान का बिछड़े लगाया गया था लेकिन रोकने की शुरुआत नहीं हुई थी. बारिश के बाद किसान धान की रोकने की शुरुआत करेंगे. लगातार बारिश के बाद कोयल नदी में भी पानी भर गया है. हालांकि बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. पलामू के लेस्लीगंज के सुदेश्वर शर्मा ने बताया कि बारिश से राहत मिली है खेतों में धान रोपने की शुरुआत करने वाले हैं. पलामू में 51 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य रखा गया था मगर कई इलाकों में धान की रोपनी की शुरुआत नहीं हुई है.

कई इलाकों में बिजली का संकट, उमस से मिली राहत

बारिश के बाद कई लाखों में बिजली का संकट उत्पन्न हो गया है. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं. निगम क्षेत्र के मेदिनीनगर में पिछले 16 घंटे से भी अधिक समय से बिजली नहीं है. जबकि कई इलाकों में सुबह से ही बिजली गुल है. ग्रामीण इलाकों में मेंटेनेंस कार्य के लिए बिजली को काटा गया है.

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